बीसीसीआई का लंबे विरोध के बाद अब तय हो गया है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी में खेलेगी। आपको बता दें कि बीसीसीआई ने आईसीसी को धमकी भी दी थी कि अगर आईसीसी भारत के हितों को ध्यान में नहीं रखता है, तो वह चैंपियंस ट्रॉफी से हट सकता है।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सोमवार को टीम इंडिया की घोषणा की जाएगी। भारतीय कप्तान विराट कोहली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीम चयन बैठक से जुड़ेंगे। आपको बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के 15 नाम आईसीसी को भेजने की आखिरी तारीख 25 अप्रैल थी। भारत को छोड़कर बाकी सात देश अपनी टीम आईसीसी को भेज चुके हैं।
आईसीसी ने नए नियमों के अनुसार किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में होने वाली कमाई में भारत की हिस्सेदारी के साथ-साथ उसकी आधिकारिक ताकत को सीमित करने का फैसला लिया है। इसी वजह से बीसीसीआई 1 से 18 जून तक होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से हटना चाह रहा था।
बिग थ्री फॉर्मूला
आईसीसी के पुराने वित्तीय मॉडल की बात करें, तो ‘बिग थ्री’ (भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया) को मिलने वाले राजस्व का प्रतिशत बाकी देशों को मिलने वाले राजस्व प्रतिशत से ज्यादा था। इन तीन क्रिकेट बोर्ड के पास बेतहाशा पैसा होने का भी यही कारण है। जिसके कारण आईसीसी इसे अब बदलना चाहती है। आईसीसी अब इन तीन देशों के वर्चस्व को कम करना चाहती है और रेवेन्यू शेयर को सदस्य देशों में सही तरीके से बांटना चाहती है।
आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के अभ्यास मैच 26 मई से लेकर 30 मई तक खेले जाएंगे। भारतीय टीम का पहला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ 28 मई को होगा। इसके बाद अपने दूसरे अभ्यास मैच में टीम इंडिया पड़ोसी देश बांग्लादेश का सामना करेगी। दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला 30 मई को खेले जाएगा। यह टूर्नामेंट 1 जून से 18 जून तक चलेगा।