बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। जेटली बोले कि हमने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की है। कैबिनेट बैठक में ‘खेलो इंडिया’ पर भी फैसला किया। यह योजना खेल, खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई थी। जिसके तहत हर जिले में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर साथ ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
बता दें कि खेलो इंडिया की शुरुआत 2016 में हुई थी उस दौरान इसका बजट 500 करोड़ था। जिसे बढ़ाकर 1756 करोड़ किया गया है, यह बजट 2017-18 से 18-19 तक का है। रिसर्च सेंटर के तहत खिलाड़ियों को डेवलेप किया जाएगा, इस सेंटर में तैयार किए जाने वाले खिलाड़ियों को 5 लाख रुपए की स्कॉलरशिप मिलेगी जो 8 साल तक के लिए मान्य होगी।
LIVE: Each athlete selected under revamped #KheloIndia to receive annual scholarship worth Rs. 5 lakh for 8 consecutive years: @Ra_THORe pic.twitter.com/1o3domfpDQ
— PIB India (@PIB_India) September 20, 2017
केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि इस योजना के तहत ना सिर्फ स्टेडियम तैयार किए जाएंगे, बल्कि नए खिलाड़ियों का विकास किया जाएगा। अब स्कूलों और कॉलेजों में भी खेल की सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। रिसर्च सेंटर के तहत खिलाड़ियों को डेवलेप किया जाएगा, इस सेंटर में तैयार किए जाने वाले खिलाड़ियों को 5 लाख रुपए की स्कॉलरशिप मिलेगी जो 8 साल तक के लिए मान्य होगी
प्रेस कांफ्रेंस में जेटली ने कहा कि, हमारी सरकार प्री-एक्टिव है जो भी जरूरी होगा वो कदम उठाए जाएंगे। पिछले दिनों में मैंने एक्सपर्ट और पीएमओ के अधिकारियों से चर्चा की है। PM के साथ विचार-विमर्श करने के बाद फैसलों की घोषणा करेंगे।