दिल्ली के बवाना विधानसभा उपचुनाव, गोवा के पणजी व वालपोई और आंध्र प्रदेश के नांदयाल विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। देश की तीन राज्यों की इन चार विधानसभा सीटों में से दो पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। बवाना विधानसभा उपचुनाव राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुकी है, वहीं दूसरी ओर पणजी विधानसभा उपचुनाव से गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जीत चुके हैं।
अपडेट-
– पणजी उपचुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जीत गए।
– बवाना में 5वें दौर की गिनती के बाद आप को 7204, बीजेपी को 8511 और कांग्रेस को 11097 वोट
– नांदयाल में तेलुगू देशम पार्टी दूसरे दौर के बाद 2832 मतों के अंतर से आगे
– बवाना: चौथे दौर की गिनती के बाद आप को 6256, बीजेपी को 6899 और कांग्रेस को 8996 वोट
– नांदयाल में पहले राउंड में टीडीपी को बढ़त प्राप्त है।
– दूसरे राउंड के बाद पर्रिकर 4520 वोट से आगे हैं।
– बवाना में तीसरे दौर की गिनती के बाद: आप 5081, बीजेपी 5145, कांग्रेस 6355
– पणजी में पहले राउंड में पर्रिकर आगे चल रहे हैं, वहीं वालपोई में बीजेपी के विश्वजीत राणे आगे चल रहे हैं।
– बवाना सीट पर दो राउंड की गिनती में कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार को 3796 वोट, जबकि बीजेपी उम्मीदवार वेदप्रकाश को 3154 वोट, तो आम आदमी पार्टी के नेता रामचंद्र को 3451 वोट हासिल हए हैं।
बवाना विधानसभा सीट से दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है। तीनों दलों ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा सीट को जीतने के लिए जी जान लगा दी है। चुनावी मैदान में आठ उम्मीदवार हैं, मगर मुकाबला आप, बीजेपी और कांग्रेस के मध्य है। दिल्ली में मतदाताओं की दृष्टि से सबसे बड़े इस विधानसभा क्षेत्र में 23 अगस्त को मतदान हुआ था।
वैसे वोट प्रतिशत 45 फीसदी ही रहा, जबकि 2015 के चुनाव में इस सीट पर 61.83 फीसदी मतदान हुआ था। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप के पास 65 सीटें हैं, जबिक बीजेपी के पास चार सीटे हैं। कांग्रेस बवाना सीट जीतकर सदन में अपना खाता खोलने की आस लगाए हुए है। इस साल पहले हुए राजौरी गार्डन उपचुनाव में बीजेपी ने आप से यह सीट जीत ली थी। तब कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी।