जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान तीन कश्मीरी युवाओं की मौत के मामले में राज्य के डीजीपी एसपी वेद ने युवाओं को घर में ही रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि गोलियां किसी को नहीं पहचानती।
वेद ने कहा, ‘गोलियां किसी को नहीं पहचानती, उन्हें नहीं पता कि वह किसे लगने वाली हैं, इसलिए युवाओं को एनकाउंटर की जगह पर नहीं आना चाहिए, अपने घरों में ही रहना चाहिए। ये मेरी अपील है।’ उन्होंने कहा कि जो नौजवान एनकाउंटर साइट पर आ रहे हैं, वह एक तरह से सुसाइड ही कर रहे हैं।
डीजीपी वेद ने कहा कि कई कोशिशें करने के बाद भी एनकाउंटर के दौरान मारे जाने वाले नागरिकों की संख्या में कमी नहीं हो रही है, सारी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को एनकाउंटर साइट तक आने के लिए उकसाया जा रहा है। डीजीपी ने कहा, ‘दूसरी ओर से युवाओं को एनकाउंटर साइट तक आने के लिए उकसाया जा रहा है, उन्हें भड़काया जा रहा है।’
आपको बता दें कि 28 मार्च को जम्मू कश्मीर के बडगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में 1 आतंकी को मार गिराया गया था, तो वहीं 3 प्रदर्शनकारियों की भी मौत हो गई थी और साथ ही 60 से ज्यादा सुरक्षाबल के जवान भी घायल हो गए थे।
बडगाम एनकाउंटर के दौरान जहां एक तरफ से आतंकी सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर रहे थे, तो वहीं दूसरी तरफ से प्रदर्शनकारी सेना के जवानों पर पत्थरबाजी कर रहे थे।