उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के बजट सत्र के पहले दिन के पहले सत्र की कार्यवाही आज विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विधानसभा व विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही आज विपक्ष ने एकजुट होकर हंगामा शुरू कर दिया।
जिसके कारण पहले विधान परिषद की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। दोनों सदन की कार्यवाही को दिन में 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। सदन में आज पहले ही दिन हो रहे हंगामे तथा नारेबाजी पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्ष सदन का समय खराब कर रहा है।विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने कहा कि आज विपक्ष के व्यवहार से आहत हूं। उन्होंने कहा कि सदन में इस प्रकार की नारेबाजी सदन की गरिमा के विपरीत काम है।
विधानमंडल के योगी सरकार के बजट सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने कमर कस ली थी। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी ने रायबरेली कांड के साथ प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी कानून-व्यवस्था पर जमकर नारेबाजी की। विधान भवन में जमकर हंगामे के बीच विपक्षी दलों ने पोस्टर तथा बैनर लहराए। विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायकों ने योगी सरकार से शराब बंदी की मांग करने के साथ ही सरकार को दलित व अल्पसंख्यक विरोधी बताया।
विधान परिषद में कांग्रेस ने किसानों के पूरे कर्ज माफी को लेकर तख्तियां लहराईं। विधान परिषद में भी आज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने खराब कानून-व्यवस्था को लेकर हंगामा किया। विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा और पोस्टर लहराए। सपा और कांग्रेस विधायक सदस्यों के हाथ में रायबरेली हत्याकांड के विरोध में तख्तियां थी।
हटेगा योजनाओं से समाजवादी नाम-
बजट में खास बात यह कि पिछली सरकार की समाजवादी नाम वाली तमाम योजनाओं से तौबा कर ली गई है। इनकी जगह योजनाओं के नाम में मुख्यमंत्री जुड़ गया है। समाजवादी पेंशन योजना खत्म हो गई है। एकात्म मानववाद के प्रणोता पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाओं की शुरुआत होगी। बजट में इसके लिए पैसा भी रखा जाएगा।