लम्बे विवाद के बाद रवि शास्त्री को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाए जाने की घोषणा के चंद रोज बाद ही एक नया विवाद शुरू हो गया। बीसीसीआई के अंतिम ऐलान के बावजूद अभी खेल में कुछ और मोड़ आने की पूरी संभावना बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरूण टीम इंडिया के साथ जुड़ सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि शास्त्री भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की पसंद होने की वजह से कोच बनाए गए। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री बतौर गेंदबाजी कोच भरत अरूण को टीम के साथ जुड़वाना चाहते हैं। जिसे लेकर जल्द ही ऐलान होना भी संभव है।
सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को भारतीय टीम का गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त किया था। इस मामले के विवादों से घिर जाने के बाद शुक्रवार (14 जुलाई) को बीसीसीआई ने साफ किया कि गेंदबाजी कोच के रूप में जहीन खान और बल्लेबाजी को सलाहकार के तौर राहुल द्रविड़ की नियुक्ति “दौरा विशेष” के लिए की गई है।
रवि शनिवार को सीओए से बात कर सकते हैं और यह साफ कर सकते हैं कि उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए भी टीम में अरुण चाहिए। अरुण को 2014 में जो डॉवेस की जगह बॉलिंग कोच बनाया गया था और वह 2016 में शास्त्री को बाहर किए जाने तक टीम के साथ थे।
शास्त्री और अरुण का परिचय करीब तीन दशक पुराना है। भरत अरुण के विकीपीडिया प्रोफाइल के अनुसार वो 1979 में श्रीलंका जाने वाले अंडर-19 क्रिकेट टीम के सदस्य थे, जबकि रवि शास्त्री उसके कप्तान थे। भरत अरुण ने 1986 में गेंदबाज के तौर पर अपना अंतरराष्ट्रीय टेस्ट और वनडे डेब्यू किया। रवि शास्त्री उनसे पहले 1981 में ही राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बना चुके थे। हालांकि अरुण का करियर ज्यादा लंबा नहीं चला और वो महज दो टेस्ट और चार वनडे ही खेल पाए। वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के छह मैचों के अपने करियर में कुल पांच विकेट ही ले पाए।