नई दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में अब कोई चूक नहीं करना चाहती है. कर्नाटक दौरे के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को बीजेपी शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पार्टी दफ्तर में अहम बैठक की. इसी के साथ शाह ने राम माधव समेत कई बीजेपी महासचिवों से वन टू वन मुलाकात भी की. इस बैठक का मुख्य एजेंडा 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर विमर्श करना था.
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अमित शाह से मुलाकात के लिए बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक राजस्थान की सीएम राजे से चुनावी क्षेत्रों के आधार पर बातचीत की गई. बीजेपी राजस्थान उपचुनाव के नतीजों से काफी चिंतित है.
राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में विपक्ष का सूपड़ा साफ कर देने वाली भारतीय जनता पार्टी का राजस्थान उपचुनावों में खुद ही सूपड़ा साफ हो गया था. यहां कमजोर और बंटी हुई मानी जा रही कांग्रेस ने उपचुनाव की तीनों सीटों पर जीत दर्ज की. ये तीनों सीटें पहले बीजेपी की थीं. अलवर और अजमेर लोकसभा सीटों पर 2014 के मुकाबले बीजेपी का वोट शेयर 61 और 56 फीसदी से घटकर क्रमशः 40 और 44 फीसदी रह गया. मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर तो बीजेपी का वोट शेयर 2013 के 52 फीसदी से गिरकर 32 फीसदी पर आ गया है.