मंदसौर, मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गयीं। महर्षि वाल्मीकि पर टिप्पणी करना मंत्री को भारी पड़ गया और उन्हें बीच सभा में माफी मांगनी पड़ी। दरअसल अर्चना चिटनिस मंदसौर में वाल्मीकि समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने आयीं थीं। जहां इतिहास का जिक्र करते हुए उन्होंने महर्षि वाल्मीकि को डाकू रत्नाकर बोल दिया। इतना सुनते ही वहां मौजूद वाल्मीकि समाज के लोग भड़क गए और बीच कार्यक्रम में ही हंगामा करने लगे।
चिटनिस के भाषण खत्म होने के बाद वाल्मीकि समुदाय के कुछ सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि महान ऋषि को डाकू कह कर चिटनिस ने उनका अपमान किया है। हालांकि मंत्री ने तुरंत मंच पर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को गलत समझा जा रहा है। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए चिटनीस ने कहा कि मैं केवल ब्रिटिश शासन के तहत लिखा गए इतिहास को ठीक करने की बात कर रही थी। अगर कोई मेरे शब्दों से आहत हुआ है तो मैं उससे दिल से माफी मांगती हूं।