बिहार के पटना मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों की हड़ताल से पीएमसीएच में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। इलाज के अभाव में 8 लोगों की मौत हो गई है। अस्पताल के 450 जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं।
जूनियर डॉक्टरों पर पुलिस का लाठीचार्ज-
दरअसल सोमवार को पोस्ट ग्रेजुएशन मेडिकल काउंसलिंग के दौरान जूनियर डॉक्टरों की पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई। काउंसलिंग के लिए आए जूनियर डॉक्टरों ने किसी बात पर हंगामा शुरू किया, उसके बाद हंगामे को शांत करने आई पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने जूनियर डॉक्टरों पर लाठीचार्ज भी किया।
जेल भेजे गए चार जूनियर डॉक्टर-
इस घटना में पुलिस ने 4 जूनियर डॉक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। पुलिस की बर्बरता और अपने 4 साथियों को जेल भेजे जाने से नाराज जूनियर डॉक्टरों ने मंगलवार देर रात से हड़ताल पर जाने का फैसला किया। जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि वह तब तक विरोध करते रहेंगे, जब तक सरकार उनके चार साथियों को जेल से छोड़ नहीं देती है और दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं करती है।
बुलाई गई 20 डॉक्टरों की टीम-
बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराते देख पीएमसीएच प्रशासन ने पास के 3 जिलों नालंदा, भोजपुर और बक्सर के सिविल सर्जन से संपर्क किया और वहां से 20 डॉक्टरों की टीम बुलाई। सबसे ज्यादा इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं प्रभावित हुईं। जूनियर डॉक्टरों ने मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी।