वाराणसी के बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छेड़खानी के खिलाफ शुरू हुआ बवाल अब तक नहीं थमा है। शनिवार रात में हालात और बिगड़ गए जब पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया था। वहीं सीएम योगी द्वारा इस घटना की जाँच कमिश्नर को सौंपी गई थी। अब इस मामले में न्यायिक जाँच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
लड़कियां 8 बजे के बाद बाहर बताकर भी जा सकती हैं-
वहीँ दिल्ली में BHU के वीसी गिरिश चन्द्र त्रिपाठी ने पूरे मामले पर बात की। उन्होंने कहा कि बीएचयू का निर्माण सरकार नहीं, राष्ट्र ने किया। वीसी ने बताया कि 65 स्थान सीसीटीवी के लिए चिन्हित हैं। बीएचयू में सीसीटीवी लगाने का काम चल रहा है। एक बार फिर उन्होंने कहा कि हमारे विवि में लड़कियों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पेट्रोल बम फेंकने वाले लड़कों पर लाठीचार्ज हुआ। पहले भी छात्रा हॉस्टल आने का वक्त 8 बजे था। वीसी ने कहा कि लड़कियां आज प्रदर्शन कर रही हैं वो 8 बजे के बाद बाहर पाई जाती हैं।
आइसा के सुनील यादव ने करवाया प्रदर्शन-
अगर लड़कियों को बाहर जाना है, तो बताकर जा सकती हैं। धरना देने वाले बीएचयू के अधिकतर नहीं थे। आइसा के सुनील यादव ने करवाया प्रदर्शन। हमने किसी छात्र को हॉस्टल छोड़ने के लिए नहीं कहा था। बीएचयू के छात्र और अभिभावक मेरे साथ हैं। मेरी घटना पर कई बार एचआरडी मंत्री से बात हुई है। न्यायिक जांच का गठन मैंने किया है, किसी के कहने पर नहीं। जब छात्र को बुरा लगता तो वो विरोध कर सकते है। संस्था मौन होती है, बीएचयू के आदर्श भी आहत हुए हैं।