कहा जाता है “An Apple a day, keeps a doctor away” यानी अगर एक सेब रोज़ खाते हैं तो डॉक्टर कोसों दूर रहता है। लेकिन ये कहावत आज के युग में ठीक उलटी हो गयी है। आज अगर आपने बिना जांच-परखे सेब खा लिया तो ताउम्र डॉक्टर से पाला पड़ना तय है। आप सेब खरीदने अगर बाज़ार जाते हैं तो लाल चमकीले सेब ही खरीदते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इन चमकीले सेबों के ऊपर सफ़ेद ज़हर की परत चढ़ी होती है।
जी हाँ सही पढ़ा आपने सफ़ेद ज़हर… चीन से आने वाले इन सेबों पर मोम की परत चढ़ी होती है। ये मोम सेहत के लिए इतना खतरनाक होता है कि इससे कैंसर तक होने का ख़तरा है। लेकिन हमारे देश के लचर खाद्य सुरक्षा नियमों के चलते ऐसे सेब धड़ल्ले से बाज़ार में बिक रहे हैं। हम और आप इनको खरीद रहे हैं। खुद खा रहे हैं , अपने बच्चों को भी खिला रहे हैं और धीरे-धीरे बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि इन सेबों की पहचान कैसे की जाए। तो जब भी सेब खरीदें सेब को चाकू या किसी नुकीली चीज़ से खुरच कर ज़रूर देखें। अगर सेब से कोई सफ़ेद परत की खुरचने पर निकलती है तो वैसे सेब हरगिस ना खरीदें। कोशिश करें कि सेब सीज़न में ही खरीदें। सीज़न में देसी सेब आते हैं जो आकार में छोटे होते हैं। यही सेब खरीदें। अगर सीज़न के बाद सेब ले रहे हैं तो तसल्ली के लिए सेब एक बार गरम पानी से धो लें और छिलका उतार कर ही खाएं।