बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और आईसीसी के पूर्व चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने लोढ़ा कमिटी की उस सिफारिश को मान लिया है, जिसमें 70 साल से अधिक उम्र का शख्स बीसीसीआई या राज्य बोर्ड का पदाधिकारी नहीं बन सकता है। एन श्रीनिवासन 72 वर्ष के हो चुके हैं।
बीसीसीआई को लोढ़ा कमिटी उस शर्त से आपत्ति है, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि किसी भी राज्य में सिर्फ एक ही संघ होगा और राज्य केवल एक ही वोट कर सकता है। अगर किसी भी राज्य में एक से अधिक क्रिकेट संघ है तो वो रोटेशन के तहत वोट देगा। इस शर्त के तहत गुजरात-महाराष्ट्र में वोटिंग रोटेशनल होगी, गुजरात और महाराष्ट्र में 3-3 क्रिकेट संघ हैं, बाकी सभी राज्यों में एक-एक क्रिकेट संघ हैं।
लोढ़ा कमेटी की मांगे
1. लोढ़ा समिति के अनुसार कोई भी व्यक्ति 70 साल की उम्र के बाद बीसीसीआई या राज्य संघ पदाधिकारी नहीं बन सकता।
2. एक राज्य संघ का एक मत होगा और अन्य को एसोसिएट सदस्य के रूप में रेलीगेट किया जाएगा।
3. आईपीएल और बीसीसीआई के लिए अलग-अलग गवर्निंग काउंसिल हों।
4. मंत्री या सरकारी अधिकारी नहीं होना चाहिए, और वे नौ साल अथवा तीन कार्यकाल तक बीसीसीआई के किसी भी पद पर न रहे हों।
6. बीसीसीआई के किसी भी पदाधिकारी को लगातार दो से ज्यादा कार्यकाल नहीं दिए जाने चाहिए।
7. खिलाड़ियों के एसोसिएशन के गठन तथा स्थापना का भी प्रस्ताव है।
8. बीसीसीआई को सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) के दायरे में लाया जाना चाहिए।