समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर विधायक आजम खां हमेशा से विवादों में रहे हैं। बीते दिनों चुनाव आयोग में उनके बेटे द्वारा दी गयी जानकारी को लेकर भी काफी विवाद हुआ था। अब आजम खां खुद एक बार फिर से कानून के चक्कर में पड़ते नजर आ रहे हैं। सपा सरकार के विकास कार्यों पर जाँच होना शुरू हो गयी है जिससे सपा के कद्दावर नेता आजम खां की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं।
सपा नेता आजम खां पर रामपुर के जौहर विवि बनाने में सेस न जमा करने का आरोप लगा है। आजम द्वारा सेस न जमा करने के कारण सरकार को करोड़ों की क्षति पहुँची है। आरटीआई के तहत श्रम विभाग द्वारा इके बारे में सूचना माँगी गयी थी। श्रम विभाग ने आरटीआई के जवाब में ये हैरान करने वाला खुलासा किया है। आरोप है कि आजम खां ने 2004-05 और 2016-17 तक विवि का सेस नहीं जमा किया।
श्रम विभाग के पास मौजूद दस्तावेजों में सेस जमा करने का कोई ब्यौरा नहीं है। सपा नेता आजम खां की तरफ से अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी आजम खां की शिकायत की गयी है।
आजम खां समाजवादी सरकार में हज मंत्री रहते हुए भी काफी विवादों में रह चुके हैं। ऐसे में उनके लिए ये विवाद होना होना कोई नयी बात नहीं कही जायेगी। अब देखना है कि सरकार इस बारे में आजम पर क्या कार्यवाई करती है।