नई दिल्ली, 16 अप्रैल 2021
देश में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ते देख विश्व प्रसिद्ध इमारत ताजमहल को खुलने के ठीक 207 दिन बाद एक फिर बंद कर दिया गया है। ताजमहल बंदी से एक तरफ पर्यटन व्यवसाय पर असर पड़ा तो दूसरी ओर इस फैसले के बाद होटल कारोबारी बेहद निराश हैं। दरअसल आगरा में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में ताजमहल में देशभर के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक आते हैं। कोरोना महामारी के कारण सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्मारक को पर्यटकों के लिए 15 मई तक बंद कर दिया गया है।
आगरा के होटल एंड रेस्ट्रोरेंट एसोशियसन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने आईएएनएस को बताया कि, “बहुत ही गलत काम किया गया है, जिधर ढाई-तीन हजार टुरिस्ट आ रहे हैं उसे बंद कर हिदुस्तान के अलावा पूरे विश्व में ये सन्देश दे दिया कि आगरा कोरोना महामारी के चपेट में आ गया है।”
आगरा के होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने आईएएनएस को बताया कि, “अभी तक होटल इंडस्ट्री उबर ही नहीं सकी थी, थोड़ा बहुत काम चलने लगा लेकिन एक बार फिर बिना बताए ताजमहल बंद कर दिया गया।”
“ताजमहल बंद होने से बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। आने वाले कल पर इससे बहुत बुरा असर पड़ेगा। भविष्य में काम न मिलने पर मजदूर क्राइम करना शुरू कर देंगे।”
“अलग अलग जगह चुनाव हो रहे हैं, ताजमहल में थोड़ी और सुरक्षा बढ़ा कर चालू ही रहने देना चाहिए था।”
जानकारी के अनुसार आगरा में करीब 600 होटल्स एंड रेस्टोरेंट हैं, ताजमहल के बंद होने से इसके इर्द गिर्द जितने भी होटल और रेस्टोरेंट हैं उनपर सीधा असर पड़ा है।
दरअसल पिछले वर्ष 17 मार्च को भी ताजमहल कोरोना महामारी के चलते 188 दिनों तक के लिए बंद रहा था, जिसका असर आगरा के पर्यटन व्यवसाय पर पड़ा था।
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रसार के चलते संस्कृति मंत्रालय ने ताजमहल सहित सभी स्मारकों को बंद करने का फैसला लिया है, ताकि कोरोना के प्रसार को रोक जा सके।