राज्यसभा में मानसून सत्र के चौथे दिन मॉब लिंचिंग और गोरक्षा के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस ‘बीफ पॉलिटिक्स’ खेल रही है। लिंचिंग की घटनाओं का राजनीतिकरण बंद होना चाहिए।
वित्त मंत्री ने कहा कि, किसी को भी कानून हाथ में लेने का हक नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसकी निंदा के साथ गिरफ्तारी भी होनी चाहिए। अगर किसी राज्य में गोहत्या पर प्रतिबंध है और वहां ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है, तो वो गलत है। गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ खुद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सख्त लहजे में चेतावनी दे चुके हैं। गोरक्षा के नाम पर किसी को कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
जेटली ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले जुलूस निकाले गए कि चर्च पर अटैक हो रहे हैं। जिसका दुनिया के अंदर प्रचार हो गया कि भारत में चर्च पर अटैक किए जा रहे हैं। कुछ घटनाओं पर ऐसा रिएक्ट नहीं करना चाहिए।
सदन में वित्त मंत्री ने बताया कि कुछ घटनाओं से पूरी दुनिया में भारत की छवि बिगड़ने का भी जिक्र किया। दलित पर जो अत्याचार हो रहे हैं, ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए पर्याप्त कानून हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।