चुनावों में पार्टी के हारने के बाद नेताओं का दल बदलना कोई नयी बात नहीं है। यूपी चुनाव के पहले बसपा में शामिल हुए सपा सरकार के पूर्व मंत्री नारद राय ने अब बसपा से इस्तीफ़ा दे दिया है। अब नारद के बाद एक और दिग्गज बसपा नेता ने मायावती को झटका देने का इंतजाम कर लिया है।
एक और नेता होगा सपा में शामिल-
बहुजन समाज पार्टी के लिए इन दिनों समय अच्छा नहीं चल रहा है। पार्टी के बड़े-बड़े नेता लगातार बसपा सुप्रीमों मायावती का साथ छोड़ते जा रहे हैं। यूपी चुनाव के पहले भाजपा सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने बसपा छोड़ी थी। इसका खामियाजा बसपा को भुगतना पड़ा और उसकी सिर्फ 19 सीटें ही आयी थी। इसके बाद पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दकी ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया था। यूपी चुनाव के ठीक पहले बसपा में पूर्व मंत्री नारद राय शामिल हुए थे। उन्हें बसपा ने बलिया की सीट से उम्मीदवार भी बनाया था मगर वे हार गए थे।
बीते दिनों उन्होंने कोऑर्डिनेटर पर वसूली का आरोप लगते हुए पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद से उनके सपा में फिर से शामिल हो जाने की चर्चाएँ चल रही हैं।नारद के बाद बसपा को एक और तगड़ा झटका लग चुका है। 5 अक्टूबर को सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आगरा में होने जा रहा है। इस अधिवेशन में बसपा के पूर्व विधायक मधुसुदन शर्मा को अखिलेश सपा ज्वाइन करायेंगे। पूर्व विधायक मधुसुदन शर्मा ने पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह को हराकर इतिहास रच दिया था।2007 में भाजपा प्रत्याशी अरिदमन सिंह को उन्होंने आगरा की बाह सीट से हराया था। वे अपने कई समर्थकों के साथ अखिलेश की मौजूदगी में सपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।