बुलंदशहर : डॉ अंबेडकर समिति के कार्यकर्ताओं ने बुलंदशहर में सीएम योगी आदित्यनाथ के राज में सहारनपुर में दलितों पर लगातार हो रहे अत्याचार का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समिति के कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी सरकार जब से बनी है तब से दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे है। भीम आर्मी के सदस्यों पर बीजेपी सरकार ने सहारनपुर हिंसा कांड में फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे है। बीजेपी सरकार दलित समाज के खिलाफ दमनकारी नीति अपना कर दहशत फैला रही है कार्यकर्ताओं का यह कहना है।
आप को बता दे खुफिया विभाग की रिपोर्ट में सहारनपुर की घटना में जिस भीम सेना का नाम सामने आ रहा है उसमे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक पूर्व सत्ताधारी पार्टी ने भीम सेना का यूपी में अपने राजनीतिक फायदे के लिए उनकी की मदद की।
खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई और बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार ने भीम सेना की मदद की। भीम आर्मी को आनंद कुमार फंड मुहैया करा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक ये बात भी सामने आई है कि भीम आर्मी के अकाउंट में 45-50 लाख रुपए पिछले दिनों ट्रांसफर किए गए थे। अब भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण को पकड़ने की चुनौती यूपी पुलिस के सामने है। 9 मई से ही चंद्रशेखर रावण फरार चल रहा है।
अभी दो साल भी नहीं हुए है भीम सेना के गठन को। इसकी चर्चा दलितों के साथ ही गैर-दलितों में भी हो रही है। इस संगठन से हजारों युवा जुड़े हैं जिनके हाथों में एंड्रॉयड फोन है। भीम सेना फेसबुक और ट्विटर पर भी सक्रिय है। भीम आर्मी के फेसबुक पर कई पेज है। भीम आर्मी के जिलों के नाम से भी अलग-अलग पेज है। एक वकील चंद्रशेखर का नाम इसके पीछे आ रहा था। यूपी सरकार की खुफिया रिपोर्ट से पहली बार राजनीतिक संरक्षण का खुलासा हुआ है।