एक्जिट पोल के नतीजों में भले ही कांग्रेस की हालत पतली नज़र आ रही है, मगर कांग्रेस नेताओं का मानना है कि एक्जिट पोल विश्वसनीय नहीं होते हैं। दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल ने मीडिया द्वारा की बातचीत में कहा कि एक्जिट पोल में भले ही कांग्रेस को तीसरे पाय़दान पर दिखाया गया हो, मगर चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होंगे और कांग्रेस तीनों नगर निगमों में जीतकर अपना मेयर बनाएगी।
जेपी अग्रवाल का कहना है कि एक्जिट पोल विश्वसनीय नहीं होते हैं। इससे पहले भी मीडिया ने एग्ज़िट पोल में तमिलनाडु में भी डीएमके की सरकार बताई थी, मगर क्या हुआ सबने देखा। जेपी अग्रवाल ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक करो़ड़ की आबादी में कुछ हज़ार लोगों की राय लेकर कैसे उसे पूरी दिल्ली की राय बता सकते हैं। जेपी अग्रवाल का मानना है कि कांग्रेस तीनों नगर निगमों में जीत रही है। तीनों नगर निगमों में मेयर कांग्रेस के ही बनेंगे।
कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव से ठीक पहले कलह को भी जेपी ने बेबुनियाद बताया था और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अच्छे से चुनाव लड़ा है। जेपी ने कहा कि खुद उन्होंने कई सभाएं की, शीला दीक्षित ने गांधी नगर में सभा की। सभी ने अपने-अपने दायरे के अंदर रह कर काम किया। ये आपका बोलना गलत है कि कांग्रेस बिखरी हुई थी। अरविंदर सिंह लवली और बरखा शुक्ला सिंह के बीजेपी ज्वाइन करने पर भी जेपी ने अपनी बात रखी और कहा कि जो लोग पार्टी से निकल कर बीजेपी में गए हैं, यदि वो आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी में उनकी नहीं सुनी गई, तो ये उनका निजी मामला है।
यदि वो ये बोलते कि कांग्रेस गरीबों की नहीं सुन रही या फिर झुग्गियों में रहने वालों पर अब ध्यान नहीं दे रही है, तो मैं मानता की आरोप सही है, मगर वे पार्टी छोड़ कर किसी और पार्टी में चले गए फिर आरोप लगा रहे हैं, तो इसका कांग्रेस से कोई लेना देना नहीं है। हालांकि जेपी ने लवली और बरखा के बीजेपी में जाने को दुखद भी बताया है।
वोट कम पड़े क्योंकि बीजेपी-आप से लोग निराश हैं…
कम वोटिंग होने पर भी जेपी अग्रवाल ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी को इसकी वजह बताया है। जेपी के अनुसार वोटिंग कम हुई क्योंकि लोग बीजेपी और आप को वोट देने ही नहीं निकले थे। जेपी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दो साल में क्या किया… झूठे वादे किए और तो कुछ किया ही नहीं, वही हाल बीजेपी का भी है, 10 साल में नगर निगम का बेड़ागर्क कर दिया, इन लोगों ने…तो फिर लोग इन्हे वोट क्यों देंगे।