उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी द्वारा कई बड़े-बड़े विकास कार्य किये जाने का दावा किया गया था। मगर सपा के अन्य विपक्षी दलों ने इसे सिरे से नकार दिया था। एक रिपोर्ट में अब अखिलेश सरकार में हुए कामों को लेकर बड़ा खुलासा हो गया है।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा-
यूपी चुनाव के समय समाजवादी पार्टी ने कई बड़े-बड़े विकास कार्य करने के दावे किये थे। इसे अन्य विपक्षी दलों ने महज एक छलावा और सपा का ढोंग बताया था। मगर सपा के दावों को लेकर एक रिपोर्ट में अब बड़ा खुलासा हो गया है। भारत के वाणिज्य एवं उद्योग संघ की रिपोर्ट में 2012-17 को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 2012-17 के बीच यूपी ने अन्य सभी राज्यों से ज्यादा निवेश वृद्धि दर्ज की है। इसमें से अधिकाँश निवेश साल 2014-16 के बीच हुआ था। रिपोर्ट में सामने आया कि यूपी ने 40% की निवेश वृद्धि दर्ज की थी जो देश की 26.6 औसत निवेश वृद्धि दर से भी अधिक है।
भारत में सबसे बड़ा निवेश-
रिपोर्ट के अनुसार भारत में ये सातवाँ सबसे बड़ा निवेश हुआ था। हालाँकि 8.78 लगभग 8.78 लाख करोड़ रुपये की 1050 परियोजनाएं अभी फँसी हुई हैं। ये सभी पर्यावरण की मंजूरी, जमीन की उपलब्धता या प्रक्रियात्मक विलंब के अभाव में फंस गयीं हैं। 6 लाख करोड़ रुपये की 606 परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं लेकिन रफ्तार काफी धीमी है। रिपोर्ट में कहा गया कि 177 लाख करोड़ रुपये के कुल निवेशों में उत्तर प्रदेश लगभग 5% हिस्सेदारी का हिस्सा है।
इनमें से गैर-वित्तीय सेवाओं का उत्तर प्रदेश की ओर से कुल निवेश में लगभग 39% की हिस्सेदारी है। इनमें बिजली (27%), निर्माण और रियल एस्टेट (22.5%) और विनिर्माण (लगभग 8%) इस संबंध में महत्वपूर्ण हिस्से क्षेत्र हैं। साथ ही गैर-वित्तीय सेवा क्षेत्र ने वित्त वर्ष 17 में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया। ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2012 में 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ा है।