सहारनपुर, 1 जुलाई 2021
मुख्य रूप से अपने हाथ से नक्काशीदार फर्नीचर के लिए जाना जाने वाला जिला सहारनपुर अब कुछ और के लिए प्रसिद्ध हो गया है – एक अनोखा आम का पेड़ जिसमें 121 किस्मों के फल उगते हैं।
सुनने में भले ही अविश्वसनीय लगे, लेकिन यह आम का पेड़ कंपनी बाग इलाके में है और 15 साल पुराना है।
बागवानों ने करीब पांच साल पहले पेड़ पर इस अनोखे प्रयोग की शुरूआत की थी और इसका मकसद आम की नई किस्में विकसित करना और उनके स्वाद के साथ प्रयोग करना था।
बागवानी प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के तत्कालीन संयुक्त निदेशक राजेश प्रसाद ने एक आम के पेड़ पर आम की 121 किस्में लगाईं।
एक स्थानीय अधिकारी ने कहा “स्वदेशी आम के पेड़ की शाखाओं पर कई तरह के आम की कटिंग लगाई गई। पेड़ की देखभाल के लिए एक अलग नर्सरी प्रभारी नियुक्त किया गया था। अब इस पेड़ पर दशहरी, लंगड़ा, चौंसा, रामकेला, आम्रपाली, सहारनपुर अरुण, सहारनपुर वरुण, सहारनपुर सौरभ, सहारनपुर गौरव और सहारनपुर राजीव सहित कई प्रकार के आम पाए जाते हैं।”
इनके अलावा लखनऊ सफेदा, टॉमी एट किंग्स, पूसा सूर्या, सेंसेशन, रटौल, कलमी मालदा मैंगो, बॉम्बे, स्मिथ, मंगिफेरा जालोनिया, गोला बुलंदशहर, लारंकू, एलआर स्पेशल, आलमपुर बेनिशा और असोजिया देवबंद सहित इस आम के पेड़ पर अन्य किस्में भी बढ़ रही हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि नई प्रजातियों पर काम जारी है, जिससे आम की बेहतर किस्मों का उत्पादन किया जा सके।
अधिकारियों का कहना है कि आम के शौकीन लोग इसी तरह के प्रयोग अपने खेतों या किचन गार्डन में लगाए गए पेड़ों में भी कर सकते हैं।