योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने एक दिव्यांग की खुलेआम बेज्जती करी है। यह मामला तब का है जब खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी बुधवार को खादी ग्रामद्योग बोर्ड के दफ्तर का मुआयना करने गए थे।
जैसे ही पचौरी दफ्तर पहुंचें और उन्होंने दफ्तर में संविदा पर काम कर रहे विकलांग सफाई कर्मचारी के सामने ही उन्होंने बोर्ड के सीईओ से कहा कि लूले-लंगड़े लोगों को संविदा पर रखा है? ये क्या सफाई करेगा? तभी यह हाल है सफाई का।
मंत्री पचौरी फिर दूसरे स्थान पर पहुंचे तो कबाड़ का ढेर सामने दिख गया और उन्होंने तुरन्त नजारत प्रभारी को बुलवाया और बोले कि प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं और आपको सफाई करनी नहीं आती। शाम तक सफाई नहीं हुई तो सिर पर रखकर कूड़ा उठवाऊंगा।
पचौरी जब बुधवार को लखनऊ के डालीबाग स्थित अपने दफ्तर पहुंचे वहां पर उन्होंने हर सेक्शन के कर्मचारियों की हाजिरी ली और पचौरी ने एक-एक नाम बुलाकर पुकारा। उनको उन 173 कर्मचारियों में से 73 कर्मचारी गायब मिले।
योगी सरकार ने दिव्यांगों के सम्मान में विभाग नाम बदलकर दिव्यांगजन जनसशक्तिकरण विभाग कर दिया है। इससे पहले पीछले साल केंद्र की बीजेपी की सरकार दिव्यागों के लिए संसद में एक बिल भी पास कर चुकी है। जिसमें नि:शक्तजनों से भेदभाव किए जाने पर दो साल तक की कैद और अधिकतम पांच लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है।
सत्यदेव पचौरी कानपुर की गोविंद नगर सीट से जीत कर विधानसभा आए हैं। योगी आदित्यनाथ की मेहरबानी से खादी और ग्रामोद्योग का मंत्रालय मिला।