केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के 70 वर्ष के राज ने पूर्वोत्तर भारत को हिंसा और अराजकता की ओर धकेल दिया था, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने इसे मुख्यधारा से जोड़ दिया है। शाह ने पार्टी के नए कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद दावा किया कि भाजपा शासन के दौरान असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र शांति व विकास के पथ पर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 9,000 लोगों से हथियार डलवाकर असम में शांति स्थापित की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए बजट को तिगुना कर दिया है, जिससे सभी क्षेत्रों में ढांचागत विकास हुआ है। उन्होंने दावा किया कि आजादी के बाद, 70 साल के कांग्रेस शासन ने पूर्वोत्तर को हिंसा और अराजकता की ओर धकेल दिया था लेकिन पिछले 8 वर्षों के दौरान मोदी के नेतृत्व ने इस क्षेत्र को मुख्यधारा से जोड़ने में मदद की है। शाह ने पार्टी के नए कार्यालय का जिक्र करते हुए कहा, ‘भाजपा कार्यालय केवल ईंट-पत्थर की इमारत नहीं हैं, बल्कि यह पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण, भावना, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत को दर्शाती है।’
उत्तर-पूर्व को भूल गए थे कांग्रेसी: शाह
खानापारा में कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ये कांग्रेसी जहां पर भी बैठे हैं वो सुन लें, जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में जब चीन की लड़ाई हुई थी तब बाय-बाय असम कह दिया था। उसके बाद से कांग्रेस वाले भूल ही गए थे कि उत्तर-पूर्व भी कोई चीज है। उन्होंने कहा, ‘यहां पर जिस प्रकार का अलगाववाद हुआ था, मोदी जी बिना किसी भाषण के उसमें परिवर्तन लाए। कांग्रेस के शासन में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया हुई और कांग्रेस मूकदर्शक बनी रही। मोदी जी ने आकर भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को बंद कर भारत को जोड़ने का काम किया है।’
भाजपा के नए मुख्यालय का उद्घाटन
इससे पहले शाह ने भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा, पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख भावेश कलिता, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और अन्य की उपस्थिति में पार्टी के नए मुख्यालय का उद्घाटन किया। इसके बाद नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनी 6 मंजिला इमारत की सभी मंजिलों का जायजा लिया। नड्डा ने डिजिटल माध्यम से 9 जिला पार्टी कार्यालयों जबकि शाह ने 102 क्षेत्रीय कार्यालयों की आधारशिला रखी।