यूपी के तराई क्षेत्र में 48 घंटे लगातार हुई बारिश और नेपाल से आए सैलाब से सरयू उफान पर है। बहराइच की नानपारा तहसील के 30 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। घरों में पानी घुस जाने से लोग छतों पर ठौर लिए हुए हैं। चूल्हा न जल पाने से लोग भूखे पेट प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं। खासकर छोटे बच्चों को लेकर प्रभावित लोग परेशान हैं। प्रभावित गांवों तक मदद पहुंचाने के लिए तहसील प्रशासन की ओर से सात नावें लगाई गई हैं। प्रधानों को भोजन के बंदोबस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
नानपारा तहसील में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। देर रात तक जलस्तर बढ़ने को देखते हुए बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। वर्तमान में सरैया, माघी, महोली शेर खां, नरायनपुर, मटिहा, बंजरिया, पतरहिया, वितनिया, सोहबतिया, नेवादा पूरेकस्बाती, रायगंज, रामपुर धोबियाहार पिपरिया, बलदूपुरवा, एकघरा गांव सरयू के बाढ़ का पानी घुस गया है। 36 घंटे से लोग घरों में कैद हैं। घर के अंदर बाढ़ का पानी भरा हुआ है, तो ऊपर से रुक-रुककर हो रही बारिश से प्रभावित गांव के लोग दोहरी मुसीबत झेल रहे हैं।
कई गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया है। इन गांवों तक पहुंचने के लिए प्रशासन की ओर से नावों का बंदोबस्त किया गया है। हालांकि पानी का तेज बहाव होने के कारण राहत व बचाव कार्य में देरी हो रही है। नेवादा पूरेकस्बाती के ग्राम प्रधान बुद्धि लाल वर्मा ने बताया कि गांव में पानी आ गया है। सरैय्या गांव के पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमर नाथ ने बताया कि पानी की धारा चल रही है, जिससे गांव जलमग्न हैं। छोटे पुरवा घुरहवा, लोधनपुरवा, तकिया गांव पानी से घिरा है, आवागमन बंद है।
बहराइच में एसडीएम ने लिया जायजा, सात नावें लगाईं
एसडीएम नानपारा अजीत परेश ने गांव पहुंच कर बाढ़ का जायजा लिया। सरयू नदी का जलस्तर 133.78 सेंटीमीटर है। पानी बढ़ रहा है। 135 तक पहुंच जायगा, तो स्थित भयावह हो सकती है। नायब तहसीलदार बलहा मनीष वर्मा को सरैया गांव में भेजा गया है। अब तक सात नावें लगाई गई हैं। तहसीलदार नानपारा पीयूष श्रीवास्तव ने बताया बाढ़ चौकी स्थापित कर दी गई है। लेखपालों को गांवों में प्रधानों के संपर्क में रहकर प्रभावित लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिवपुर में संचार और बिजली सेवा ठप
शिवपुर ब्लॉक क्षेत्र के कई गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। घरों में घुटनों तक पानी भर जाने से लोग मकानों के छतों पर बसेरा बनाए हुए हैं। बारिश व बाढ़ के बीच एयरटेल का टावर व बिजली पूरी तरह से ठप हो गई है। संचार व बिजली ठप होने से लोगों का संपर्क कट गया है। बाढ़ का पानी बाजपुर, लड़ाई पुरवा, शेखन पुरवा, टेढ़ी, बसंतपुर, पिपरिया, सेवक पुरवा, पर्शियन पुरवा, अमरपुर, गुजराती पुरवा, तगड़ा, चौकसा हार, बेला मकन, गिरदा, पाठकपुरवा डल्ला पुरवा, अरनवा, नवाब बंगला, कुर्मी पुरवा, खैरा, सोहबतिया, दूजी पुरवा, गड़रियन पुरवा, एकघरा, रायगंज, दीनापुरवा, रामपुर, नवादा, टिकान पुरवा, सेमईपुरवा, सुकुल पुरवा, मोतीपुर,चमारन पुरवा आदि गांवों में भी बाढ़ का पानी भर गया है। प्रशासन की ओर से अभी तक कई गांवों तक मदद नहीं पहुंचाई गई है।