तीन तलाक की लड़ाई लड़ने वाले आला हजरत हेल्पिंग सोसाइटी की अध्यक्ष निदा खान को उनकी ममेरी बहन की शादी में शामिल होने से रोकने और धारदार हथियार से हमला करने के मामले में पुलिस ने उनके पति समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। निदा ने इस मामले तहरीर दी थी। उन्होंने खुद और परिवार पर जानलेवा हमले का आरोप भी लगाया था। निदा का आरोप है कि उन पर बीजेपी छोड़ने का दबाव बनाया गया। उससे तौबा करने की धमकी दी गई और कहा गया कि जब तक वह बीजेपी से तौबा नहीं करतीं शादी समारोह में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।
निदा खान आला हजरत हेल्पिंग सोसाइटी चलाती हैं। पिछले दिनों निदा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की तो अब उनके विरोधी गुस्से में हैं। निदा खान ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि वो अपने मामा की बेटी की शादी में 26 मार्च को पीलीभीत रोड स्थित एक मैरिज होम पहुंची थीं। वहां कुछ लोगों ने भाजपा छोड़ने का दबाव बनाया और नारे लगाने लगे। शादी में परिवार के सदस्य भी पहुंचे थे।
शादी समारोह में पहुंचने से पहले ही मामा के बेटे बरकात ने मुझे मैसेज किया कि मेरे खालू तस्तीम मियां, शीरान रजा व अर्सलान और मेरे मामू जरताब व बुरहान विरोध कर रहे हैं। उन्होंने शर्त रखी है कि अगर निदा भाजपा ज्वाइन करने पर तौबा करे तो उसे आने दिया जाएगा वरना समारोह में शामिल नहीं होने देंगे। निदा ने बताया कि उन्होंने यह भी कहा कि अगर मैं शादी समारोह में जबरदस्ती आई तो जान से मार देंगे।
मैरिज होम पहुंचते ही निदा को घेरा: निदा खान का आरोप है कि जब हम शादी समारोह में पहुंचे तो वहां मौजूद भीड़ ने उन्हें घेर लिया। भीड़ में ये लोग भी शामिल थे। तौबा न करने पर गाली गलौच व जान से मारने की धमकी देने लगे। जान से मारने की नीयत से धारदार हथियारों से हमला किया। इस हमले में उसके हाथों में चोट तक आई है। घटना की सूचना पुलिस को फोन से दी। थाना बारादरी की पुलिस वहां पहुंची तब ये लोग वहां से भाग खड़े हुए। निदा ने बताया कि शादी के 2 दिन बाद वलीमा था। उसमें भी मुझे न आने की धमकी मिली। उनका परिवार खौफजदा है। बारादरी पुलिस के मुताबिक निदा की तहरीर पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तफ्तीश की जा रही है।
कौन हैं निदा
मोहल्ला शहदाना निवासी मुशर्रत यार खां की बेटी निदा खान का निकाह शीरान रजा खां से हुआ था। निदा को दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया और पढ़ाई से रोका गया था। इस मामले में निदा ने ससुराल वालों पर मुकदमा भी किया था। निदा को इस्लाम से खारिज करने का फतवा भी दिया गया था। निदा खान ने तीन तलाक मामले में लंबी लड़ाई लड़ी। निदा खान का कहना है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ज्वाइन की तो विरोध शुरू हो गया। मेरे चुनावी प्रचार से जुड़ी एक वीडियो सोशल मीडिया पर एडिट करके धार्मिक भावनाओं का गलत इस्तेमाल किया गया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की गई।