यूक्रेन पर रूस के हमले को टालने के लिए दुनिया भर की ताकतें सक्रिय हैं। इस बीच यूक्रेन बिना हमले के ही संकट का सामना कर रहा है। पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादियों ने हमला बोल दिया है। बुधवार को ऐसे ही एक हमले में यूक्रेन की सेना एक जवान की मौत हो गई। इसके अलावा 6 जवान जख्मी हुए हैं। पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों और सेना के बीच सीजफायर रहा है, लेकिन बीते एक दिन में इसका कई बार उल्लंघन हुआ है। यूक्रेनी सेना ने अपने फेसबुक पेज पर इस घटना की जानकारी दी है। सेना ने कहा कि बीते एक दिन में 96 बार अलगाववादियों ने सीजफायर का उल्लंघन किया है।
सेना ने कहा कि इससे एक दिन पहले भी अलगाववादियों ने सीजफायर उल्लंघन की 86 घटनाओं को अंजाम दिया था। सेना ने कहा कि अलगाववादी ताकतों ने भारी हथियारों, मोर्टार और ग्रैड रॉकेट सिस्टम का इस्तेमाल कर हमला किया है। इन हमलों के लिए यूक्रेन ने रूस को जिम्मेदार ठहराया है। यूक्रेन का कहना है कि पूर्वी यूक्रेन के दो हिस्सों को स्वतंत्र राज्य की मान्यता रूस ने दी है। इसके चलते भी हिंसक माहौल बन गया है। पश्चिमी देशों के मानना है कि यूक्रेन में रूस के कदम आने वाले दिनों में ए्क बड़े युद्ध को अंजाम दे सकते हैं।
हाइब्रिड वारफेयर से यूक्रेन को तोड़ रहा है रूस
यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में रूस की हमेशा से पकड़ मजबूत रही है। यहां अलगाववादियों का एक वर्ग रूस समर्थक रहा है। रूस की भाषा यहां चलती है और कारोबार में भी रूस का बड़ा दखल है। इसी का फायदा उठाते हुए रूस की कोशिश यह है कि यूक्रेन को अंदर से ही कमजोर कर दिया जाए। इसी के तहत रूस ने यूक्रेन के दो हिस्सों डोनेत्सक और लुहान्सक को मान्यता प्रदान की है। इसके बाद से ही अमेरिका, यूके, कनाडा और जापान समेत कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की शुरुआत कर दी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यूक्रेन पर रूस हमला भी कर सकता है।