यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में चौथे चरण के मतदान के तहत आज 9 जिलों की 59 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इस बीच लखनऊ में रहने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना को वोटर लिस्ट में अपना नाम नहीं मिला। इस पर मुनव्वर राना ने कुछ यूं अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा-‘जब हुकूमत खुद वोट देने का मौका नहीं दे रही है तो दुख किस बात का है। यह चुनाव मुद्दों पर नहीं हो रहा है। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी पार्टी मजहब और धर्म के नाम पर चुनाव करा रही है।’
एक निजी चैनल से बात करते हुए मुनव्वर राना ने कहा- ‘जहां रहता हूं उसके बराबर में ही पोलिंग बूथ है। मेरी खुशनसीबी है। मेरे लिए बगल में वोट डालना आसान था। लेकिन जब कल यहां के सभासद से मैंने पर्ची मांगी तो पता चला कि मेरा वोट ही नहीं है। वोटर लिस्ट में नाम ही नहीं है। सिर्फ मेरी पत्नी का नाम है। उनको पर्ची मिल गई थी।’ शायर ने कहा कि जाहिर सी बात है कि इसमें क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव के वक्त मेरा वोट था। मैं यह आरोप नहीं लगाऊंगा कि मेरा वोट जानबूझकर काटा गया लेकिन इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये सुशासन नहीं कुशासन है। इसे बदइंतजामी ही कहेंगे कि हमारी पर्ची हमारे पास नहीं आई और हम वोट नहीं डाल पाए।
पहले इलेक्शन आदमी बेस होता था, अब पार्टी बेस
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मुनव्वर राना ने यूपी चुनाव पर बोलते हुए कहा कि जिन मुद्दो पर चुनाव होना चाहिए था वो नहीं हुआ। खासतौर पर भाजपा यह लड़ाई उन मुद्दों पर नहीं लड़ रही है जिन पर उसे जवाब देना पड़ता। इसके बदले वे मुद्दे चुने जा रहे हैं जिन पर वो जवाब मांगती है। भाजपा बहकावे पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि पहले इलेक्शन आदमी बेस पर होता था लेकिन अब पार्टी बेस पर होता है।