कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी गुरुवार को देहरादून पहुंचे। यहां उन्होंने विजय सम्मान रैली को संबोधित करते हुए चुनाव अभियान का शंखनाद किया। रैली को संबोधित करने से पहले कांग्रेस नेता ने मंच पर मौजूद 1971 युद्ध के वीर सपूतों को शॉल और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। इसके बाद राहुल ने कहा कि उनका और उत्तराखंड का कुर्बानी का रिश्ता है। मेरे पिता और दादी ने इस देश के लिए अपना खून दिया। ठीक इसी तरह उत्तराखंड के हजारों परिवार ने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया है। ये बात उन लोगों को समझ नहीं आएगी जिनके परिवारों ने ऐसी कुर्बानी नहीं दी है। राहुल ने कहा कि आज देश को बांटा जा रहा है, कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। पूरी सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। किसानों को कमजोर करने के लिए तीन कृषि कानून लाए गए थे। किसान एक साल तक डटे रहे जिसके बाद पीएम ने माफी मांगी और कानून को वापस लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आपकी जेब से पैसा निकालकर दो-तीन पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया। जब तक दिल्ली में नरेंद्र मोदी की सरकार है तब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है। राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में हमारी सरकार बनने पर महंगाई को कम किया जाएगा और युवाओं को रोजगार देने के अवसर पैदा होंगे।
हम रोजगार के अवसर पैदा करेंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि गंगा में कई लोगों ने स्नान किया लेकिन ऐसा दिखाया जाता है कि एक ही व्यक्ति ने स्नान किया है। योगी जी, राजनाथ जी तक को इजाजत नहीं दी गई। उत्तराखंड में हमारी सरकार आएगी तो हम छोटे और मध्यम वर्ग के लोगों को रोजगार देने का काम करेंगे। एक बार फिर यहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
आपके और मेरे बीच रिश्ता है
राहुल गांधी ने कहा कि हम आपकी कुर्बानी समझते हैं। मैं वो दिन कभी नहीं भूल सकता जब स्कूल में मुझे बताया गया कि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। आप लोगों को भो फोन आया पापा शहीद हो गए, चाचा शहीद हो गए। आपके और मेरे बीच रिश्ता है। जिस महिला ने इस देश के लिए 32 गोलियां खाईं उनका नाम निमंत्रण पत्र तक में नहीं था। आज महंगाई बढ़ती जा रही है। पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी ने आपकी जेब से पैसा निकालकर 10 करोड़ रुपए का अरबपतियों का कर्ज माफ किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना में पूंजीपतियों का टैक्स माफ किया गया लेकिन मजदूरों को बस या रेल का टिकट तक नहीं मिला। जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार दिल्ली से नहीं हटेगी युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, एयरपोर्ट, माइंस सब कुछ दो-तीन उद्योगपतियों के हाथों में जदा रहा है। आप लिखकर ले लो देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। आप ये मत सोचिए देश मजबूत हो रहा है। देश मजबूत तब होता है जब देश का नागरिक मजबूत होता है। जब देश की जनता बिना डके, झिझके काम कर सकती है। जब जनता बिना डरे बोल सकती है।
दो-तीन उद्योगपतियों के लिए बनाया था कृषि कानून
आज दे को बांटा जा रहा है, कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। कमजोर लोगों को मारा जा रहा है। पूरी सरकार दो-तीन लोगों के लिए, पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून उन्हें खत्म करने के लिए बनाए गए। किसान पीछे नहीं हटे। एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर कहते हैं कि गलती हो गई। माफी मांगता हूं। माफी मांगने के बाद जो 700 किसान शहीद हुए उनके बारे में बीजेपी के नेता संसद में कहते हैं कि कोई किसान शहीद नहीं हुआ। सरकार ने किसानों को मुआवजा तक नहीं दिया। किसके लिए काम किया जा रहा था। ये साजिश थी। ये काम दो-तीन उद्योगपतियों के लिए किया जा रहा था।