यूपी के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन के खिलाफ देहरादून में मुकदमा दर्ज हुआ। धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने से जुड़ी किताब के विमोचन को लेकर यह कार्रवाई हुई है।
शहर कोतवाल रितेश साह ने बताया कि मामले को लेकर नदीम कुरैशी ने तहरीर दी। आरोप लगाया कि 12 नवंबर को प्रेस क्लब, हरिद्वार में वसीम रिजवी पूर्व चेयरमैन यूपी शिया वक्फ बोर्ड ने गैर मर्यादित भाषा उपयोग करने के साथ ही विवादित पुस्तक का विमोचन किया। इसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से जुड़े तथ्य हैं। आरोप लगाया कि इससे करोड़ों लोगों की भावना आहूत हुई। उनकी तहरीर पर पुलिस ने वसीम रिजवी को नामजद आरोपी बनाते हुए अज्ञात आयोजिकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने तहरीर के साथ दिए गए तथ्यों की जांच शुरू कर दी है।
कुछ दिन पहले स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी दर्शन भारती आदि के साथ हरिद्वार पहुंचे वसीम रिजवी ने प्रेस क्लब में अपनी विवादित पुस्तक का विमोचन किया था। आरोप है कि वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद ने भड़काऊ भाषण भी दिए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले को लेकर मुस्लिम समुदाय और कई संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है। पूर्व दर्जाधारी फुरकान अली के नेतृत्व में बीते दिनों प्रतिनिधिमंडल ने हरिद्वार में पुलिस से मुलाकात की थी। हरिद्वार में लगातार विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। ज्वालापुर कोतवाली में पुलिस मुकदमा दर्ज कर चुकी है।
हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र के गांव धनपुरा के पूर्व ग्राम प्रधान सलीम अहमद ने वसीम रिजवी के खिलाफ फेरुपुर पुलिस चौकी में तहरीर दी थी। वसीम रिजवी में हरिद्वार प्रेस क्लब में किताब के विमोचन के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। प्रधान ने बताया कि रिजवी के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी होनी चाहिए। इस तरह के भाषणों से माहौल खराब होता है।