टीम इंडिया (Team India) के इतिहास में कई ऐसे मौके आएं हैं जब पिता और बेटे दोनों ने ही इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट खेला हो. लाला अमरनाथ और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स के बेटे को भी भारतीय टीम की तरफ से खेलने का मौका मिला. अब 3 ऐसे पूर्व क्रिकेटर हैं जिनके बेटे भारतीय टीम की दहलीज पर दस्तक दे रहे हैं. आइए इन पर नजर डलाते हैं.
1. संजय बांगर के बेटे आर्यन बांगर
पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने टीम इंडिया के लिए महज 12 टेस्ट और 15 वनडे मुकाबले खेले है. हांलाकि कोच के तौर पर वो ज्यादा कामयाब रहे हैं. उनके बेटे आर्यन बांगर (Aryan Bangar) ने कुछ वक्त पहले कूच बिहार ट्रॉफी में बेहतरीन खेल दिखाया था. आर्यन एक ऑलराउंडर हैं, उनका हाल में इंग्लिश काउंटी की जूनियर टीम लिसेस्टरशायर के साथ कॉन्टैक्ट हुआ है, ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा के वो राष्ट्रीय टीम में दस्तक दे सकते हैं.
2. सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) दुनिया के महानत क्रिकेटर्स में शुमार किए जाते हैं, उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड बनाए है. उनका बेटा अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) भी पेशेवर क्रिकेटर है. इस साल उन्हें आईपीएल (IPL) की मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) टीम में शामिल किया गया है. अगर वो आने वाले वक्त में अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाने में कामयाब रहते हैं तो टीम इंडिया (Team India) की राह उनके लिए मुश्किल नहीं होगी.
3.राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़
टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कैप्टन राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) जिन्हें पूरी दुनिया ‘द वॉल’ के नाम से भी जानती है, उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में सालों तक बेहतरीन प्रदर्शन कर करोड़ों दिलों में अपनी जगह बनाई. उनके रिटायरमेंट के बाद फैंस ने उन्हें फील्ड पर काफी मिस किया लेकिन अब उनकी कमी को पूरा करने के लिए उनके बेटे समित द्रविड़ (Samit Dravid) अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलने लगे हैं. समित भी पापा की ही तरह एक शानदार क्रिकेटर बनने की तैयारी में जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं.
साल 2019 में कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से आयोजित जूनियर लीग में खेलते हुए समित ने 201 रन की पारी खेली और उसके बाद नाबाद 94 रन बनाए. इतना ही नहीं समित ने गेंदबाजी करते हुए 26 रन देकर तीन विकेट भी लिए. सबसे पहले समित 2015 में तब चर्चा में आए जब बेंगलुरू में अंडर 12 क्रिकेट खेलते हुए अपने स्कूल मलाया अदिति इंटरनेशनल के लिए उन्होनें तीन अर्धशतक लगाए थे. इनकी इन तीन पारियों की बदौलत इनकी टीम को ही जीत हासिल हुई थी.