पाकिस्तान में महंगाई अपने चरम पर है। लगातार हो रही मूल्य वृद्धि ने लोगों की आर्थिक कमर तोड़ दी है। लेकिन महंगाई थमने की बजाय दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने पेट्रोलियम पद्धार्थों की कीमतों में 8.14 प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी कर दी है।
पाकिस्तान की मीडिया ‘डॉन’ की खबर के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को पेट्रोलियम पद्धार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की। आपको बता दें कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के लगातार हो रहे विरोध के बाद इस हफ्ते की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने कीमतों की बढ़ोतरी पर रोक लगा दी थी।
पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि आयात समता मूल्य, कर दरों और विनिमय दर के आधार पर सरकार ने पेट्रोल और उच्च गति वाले डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। जिसमें पेट्रोल में 8.03 रुपये और हाई स्पीड डीजल 8.14 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। पेट्रोल और उच्च डीजल के साथ-साथ पाकिस्तानी सरकार ने केरोसिन और हल्के डीजल तेल की कीमतों में भी इजाफा किया है। जिसमें केरोसिन में 6.27 रुपये और हल्के डीजल में 5.72 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
पेट्रोलियम पद्धार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी, बीते बुधवार को प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा 120 अरब रुपए के देश के सबसे बड़े सब्सिडी पैकेज की घोषणा के बाद किया गया है। जिसमें सरकार द्वारा 130 मिलियन लोगों को समर्थन देने के लिए आटा, घी और दालों पर 30 प्रतिशत की छूट दी गई है।
पाकिस्तानी मीडिया ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के सब्सिडी पैकेज की घोषणा के तुरंत बाद पेट्रोलियम कीमतों में की गई बढ़ोतरी से विपक्ष सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहा है। इमरान सरकार के दो दिन में दो अलग-अलग फैसलों ने सरकार को आलोचनाओं के कटघरे में खड़ा कर दिया है। जो स्पष्ट रूप से सरकार की विफलता को दर्शाता है।
- जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्विट कर कहा कि पीएम का पैकेज ’20 करोड़ लोगों के लिए बहुत कम है।’ गौरतलब है कि भारत में एक्साइज ड्यूटी कम होने और कई राज्यों द्वारा वैट में कमी करने के बाद पेट्रोलिय पद्धार्थों की कीमतों में कमी आई है। कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत में 12 रुपये प्रतिलीटर तक की कमी आई है।