ज्वालापुर में ट्यूशन के लिए निकली आठवीं की छात्रा से दिनदहाड़े दुष्कर्म करने वाले आरोपित को आखिरकार पुलिस ने 100 सीसीटीवी खंगाल और 300 संदिग्धों से पूछताछ के बाद ढूंढ निकाला।
आरोपित सिडकुल की एक कंपनी में काम करता है और उसने लूट के इरादे से छात्रा को रोका था। तलाशी लेने पर पैसे व मोबाइल नहीं मिला तो छात्रा को अपनी हवस का शिकार बना डाला। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपित को जेल भेज दिया गया। आरोपित शादीशुदा है और एक साल की बेटी भी है।
पुलिस के मुताबिक, 18 अक्टूबर को ज्वालापुर के सीतापुर क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा ट्यूशन जाने के लिए निकली थी। सराय रोड पर एक युवक उसे पकड़कर ट्रांसपोर्टनगर में सुनसान जगह ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
दिनदहाड़े दुष्कर्म की घटना से पुलिस में हड़कंप मच गया। ज्वालापुर कोतवाल चंद्र चंद्राकर नैथानी ने तत्काल एक पुलिस टीम को साथ लेकर पीड़िता से बात की और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी। दूसरे दिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने ज्वालापुर कोतवाली पुलिस के साथ ही रानीपुर और बहादराबाद के थाना प्रभारियों व एसओजी हरिद्वार को मिलाकर एएसपी रेखा यादव के नेतृत्व में कुल पांच टीमों का गठन किया।
टीम ने आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालते हुए ट्रांसपोर्ट नगर में मोटर मैकेनिक, ट्रक चालकों व कंपनी कर्मचारियों से पूछताछ की। साथ ही पीडि़ता की बताए अनुसार आरोपित का स्केच भी तैयार किया गया। फुटेज और स्केच का मिलान कराने पर अहम सुराग हाथ लगा और पुलिस ने रमजानी निवासी जमालपुर कलां कनखल को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि आरोपित सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करता है।
18 अक्टूबर को बारिश होने के चलते वह ड्यूटी नहीं जा पाया था। वह पूर्व में ट्रांसपोर्ट नगर में राकेश मिस्त्री की दुकान पर काम करता था। घटना के दिन उसी दुकान पर आया था। उसे रुपयों की जरूरत थी, सुनसान जगह पर छात्रा को देख उसे घसीटकर झाडिय़ों में ले गया। तलाशी में रुपये व मोबाइल नहीं मिला तो उसने छात्रा से दुष्कर्म किया और फरार हो गया।
किसी और मासूम को भी शिकार बना सकता था दुष्कर्मी
छात्रा से दुष्कर्म के आरोपित को ढूंढने में पुलिस ने पूरी ताकत लगाई। पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने के दौरान संदिग्धों के परिवार वालों का जमावड़ा कई दिन तक लगा रहा। बारीकी से पड़ताल और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ा जाता रहा और नए संदिग्धों से पूछताछ की जाती रही। यह सिलसिला पांच दिन और रात लगातार चला। पुलिस अधिकारी इस आशंका से भी इन्कार नहीं कर रहे हैं कि आरोपित जल्द पकड़ में नहीं आता तो शायद फिर किसी और मासूम को अपना शिकार बनाता।
घिनौना काम कर घूमता रहा गुनाहगार
नाबालिग छात्रा से दिनदहाड़े दुष्कर्म की घटना ने पुलिस की नींद उड़ाकर रख दी। आसपास के लोग दहशत में आ गए और अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने में कतराने लगे। छात्रा के गुनाहगार की तलाश में पुलिस लगातार जुटी रही। वहीं घिनौना कृत्य करने के बाद आरोपित चैन से घूमता रहा। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि पुलिस की पकड़ में आते ही उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
गुत्थी सुलझाने पर एसएसपी ने दी शाबाशी
हरिद्वार एसएसपी ने हर टीम को अलग-अलग टास्क दिए हुए थे। ज्वालापुर कोतवाल चंद्र चंद्राकर नैथानी को विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। रानीपुर कोतवाल कुंदन ङ्क्षसह राणा और एसओ बहादाराबाद संजीव थपलियाल को संदिग्धों की जानकारी जुटाने, एसएसआइ नितेश शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम आस पास रहने और काम करने वालों की कुंडली खंगालने में जुटी थी। एसओजी प्रभारी रणजीत तोमर अपनी टीम के साथ सीसीटीवी फुटेज जांचने में लगे थे।
जबकि उपनिरीक्षक शेख सद्दाम हुसैन के नेतृत्व में पांचवीं टीम सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने में जुटी हुई थी। आखिरकार टीम की मेहनत रंग लगाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने टीम को शाबाशी देते हुए ढाई हजार रुपये का इनाम भी दिया है।