उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की तरह कोविड टीकाकरण की रफ्तार धीमी हुई है। कोविड की दूसरी लहर के बाद प्रतिदिन जहां संक्रमितों की संख्या कम हो रही है। वहीं वैक्सीन लगाने वालों की संख्या भी पहले की तुलना में कम हुई है।
वैक्सीन की डोज लगाने का प्रतिशत 96.1
विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है। सुरक्षा कवज के लिए वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगाएं। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3.43 लाख से अधिक हो गया है। जबकि वैक्सीन की डोज लगाने का प्रतिशत 96.1 प्रतिशत पहुंच गया है।
सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के शत प्रतिशत लोगों को दिसंबर तक कोविड टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक राज्य में 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के 74.26 लाख लोगों को पहली डोज और 34.16 लाख लोगों को दोनों डोज वैक्सीन दी जा चुकी है।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने बताया कि अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड में टीकाकरण की प्रगति बेहतर है। प्रदेश में कोविड वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में राज्य के पास 17 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज उपलब्ध है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोविड वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज अवश्य लगाएं।
एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि पहले प्रतिदिन का लक्ष्य काफी तेजी से कम हो रहा था। पिछले 20 दिनों में टीकाकरण की रफ्तार कम होने से प्रतिदिन का लक्ष्य बढ़ रहा है। शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य हासिल करने के लिए अब 80 दिन का समय शेष रह गए हैं।