आज के समय में लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव आ गया है. इस कारण लोगों को कई तरह की बीमारियां अपनी चपेट में लेने लगी हैं. लोगों को अहसास भी नहीं हो पाता कि कब वो ऐसी बीमारियों के शिकार बन जाते हैं. भारत के कोलकता में रहने वाले अर्नब के पेट में कई महीनों से दर्द हो रहा था. जब उसने डॉक्टर से कंसल्ट किया तो पता चला कि उसके पेट में करीब 10 किलो का ट्यूमर (10 kg tumour) मौजूद था. ये ट्यूमर सिर्फ 2 महीने में ही इतना बड़ा हो गया था. जब भी अर्नब बाहर निकलता तो लोग उसे प्रेग्नेंट कहते थे. लेकिन उसके फूले पेट की वजह असल में ट्यूमर था.
सर्जरी के बाद खुद अर्नब ने अपने हाल के बारे में लोगों को बताया. उसने कहा कि बीते दो महीने से उसके पेट में काफी दर्द हो रहा था. उसने पहले भी डॉक्टर्स को कंसल्ट किया था लेकिन उन्हें इसकी वजह पता नहीं चल पाई. दो महीने में ये ट्यूमर चौगुना बढ़ गया और करीब 10 किलो का हो गया. तब जाकर दुबारा अरब ने डॉक्टर्स से मिलने का फैसला किया. अभी ये ट्यूमर पकड़ में आ गया. विक्टोरिया मेडिकल सेंटर (Victoria Medical Centre) के डॉक्टर्स से कंसल्ट करने के बाद उसे लायंस हॉस्पिटल (Lions Hospital) में रेफर किया गया जहां डॉ माखन लाल साहा और उनकी बेटी डॉ प्रियंका ने उसका केस हैंडल किया.
4 घंटे की सर्जरी के बाद शख्स के पेट से मांस का लोथड़ा बाहर निकाला गया
हॉस्पिटल में सर्जरी की तैयारी की गई. करीब चार घंटे चली सर्जरी में डॉ प्रियंका ने उसके पेट से लगभग 10 किलो का ट्यूमर निकाला. अर्नब की सर्जरी 2 अक्टूबर को हुई. डॉ माखन ने बताया कि ये सर्जरी काफ़ी क्रिटिकल थी. पहली बार में ट्यूमर डिटेक्ट नहीं हुआ था. कई टेस्ट के बाद इसका पता चल पाया. सर्जरी में अर्नब की जान जाने का भी खतरा था क्यूंकि ट्यूमर काफी बड़ा हो गया था. लेकिन दोनों सर्जन ने मिलकर उनका कैंसरस ट्यूमर निकाल दिया.
मेडिकल टीम ने बताया कि सर्जरी के बावजूद अभी अर्नब का कैंसर ट्रीटमेंट चलता रहेगा. अर्नब की हालत स्थिर है और उसे हर दो से तीन दिन में लिक्विड डायट दी जा रही है. अब अर्नब का कीमो किया जाएगा और कैंसर के बाकी ट्रीटमेंट चलेंगे. अर्नब को सार्कोमा हो गया है जिसमें कैंसर मांस, हड्डियों, नसों, जोड़ों और ब्लड वेसेल्स में हो जाता है.