बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने सितंबर को समाप्त तिमाही के दौरान सरकार के स्वामित्व वाली नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड के कुल 2,50,00,000 शेयर खरीदे, जो करीब 1.36 फीसद है। भारत सरकार की कंपनी में 51.5% हिस्सेदारी है। कंपनी के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार सितंबर तिमाही के अंत में नाल्को में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की 15.22% हिस्सेदारी है।
झुनझुनवाला के निवेश और पोर्टफोलियो पर निवेशकों की बारीक नजर रहती है। झुनझुनवाला ने जून तिमाही में एक अन्य पीएसयू मेटल कंपनी सेल में 1.39% हिस्सेदारी खरीदी थी। बता दें नाल्को का बाजार पूंजीकरण लगभग ₹18,000 करोड़ है। सोमवार को एनएसई पर शेयर 6.80% की तेजी के साथ ₹102.90 पर बंद हुआ। 2021 की शुरुआत के बाद से, शेयरों में 132.02% की भारी वृद्धि हुई है।
जून तिमाही में नाल्को ने ₹347.73 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह साल वार्षिक आधार पर 1,947% की भारी छलांग है।पहली तीमाही में परिचालन से राजस्व, 79% बढ़कर ₹ 2,474.55 करोड़ हो गया। कोविड -19 महामारी के बावजूद, नाल्को ने वित्त वर्ष 2021 में क्रमशः 8869.29 करोड़ रुपये और 1299.56 करोड़ रुपये का शुद्ध कारोबार और शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
झुनझुनवाला ने अपने और अपनी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के नाम पर निवेश किया है। वह एक योग्य चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और एसेट फर्म रेयर एंटरप्राइजेज का प्रबंधन करते हैं। हुरुन की वेल्थ लिस्ट के अनुसार, राकेश झुनझुनवाला और परिवार के पास सितंबर तक कुल 22,300 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। पिछले एक साल में उनकी संपत्ति में 52% की भारी वृद्धि हुई है।
नाल्को देश में सबसे बड़े एकीकृत बॉक्साइट-एल्युमिना-एल्युमिनियम-विद्युत परिसरों में से एक है। कंपनी के पास ओडिशा के कोरापुट जिले के दमनजोडी में 68.25 लाख टीपीए बॉक्साइट खदान और 21.00 लाख टीपीए (मानक क्षमता) एल्यूमिना रिफाइनरी है, और 4.60 लाख टीपीए एल्यूमीनियम स्मेल्टर और 1200 मेगावाट कैप्टिव पावर प्लांट अंगुल, ओडिशा में स्थित है।