कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग दोहराते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने इस मंत्री को हटाने में एक मिनट का भी समय नहीं लगाना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री की ओर से अब यह कदम नहीं उठाए जाने का मतलब साफ है कि या तो वह किसी दबाव में हैं या फिर लखीमपुर खीरी की घटना को वह अपराध नहीं मानते।
खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ”हमने बार बार मांग की है कि मंत्री इस्तीफा दें या उनको बर्खास्त किया जाए। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ। उच्चतम न्यायालय ने जब सख्त टिप्पणियां कीं तो मंत्री के पुत्र को गिरफ्तार किया गया।” उन्होंने जोर देकर कहा, ”अजय मिश्रा को बर्खास्त करने में प्रधानमंत्री को एक मिनट का भी समय नहीं लगाना चाहिए। लेकिन अगर यह नहीं हो रहा है तो फिर इसका मतलब यह है कि या तो उन पर कोई दबाव है या फिर उनकी नजरों में यह (घटना) अपराध नहीं है।”
उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा और इस घटना के तथ्यों से जुड़ा एक ज्ञापन उन्हें सौंपेगा। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत तीन अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आशीष को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।