आधार कार्ड

झारखंड : आधार कार्ड जानकारी लीक होने का ताजा मामला झारखंड से आया है जहां भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बाद 10 लाख से भी अधिक वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थियों की जानकारी एक सरकारी वेबसाइट पर लीक हो गईं।

आपको बता दें की झारखंड डायरोक्टोरेट ऑफ सोशल सिक्योरिटी की देखरेख में रह रहे एक वेबसाइट में आए प्रोग्रामिंग एरर की वजह से 10 लाख से भी ज्यादा नागरिकों को अपनी डिजिटल आइडेंटीटी से समझौता करना पड़ा है।

यह लापरवाही उस वक्त सामने आई जब शनिवार शाम रांची स्थित यूआईडीएआई ऑफिस ने महिला व बाल विभाग कार्यालय को कॉल करके उनकी वेबसाइट पर आधार जानकारी लीक होने की बात बताई। यह अब तक स्पष्ट नहीं है कि कितनी समय से यह जानकारी सरकारी वेबसाइट पर दिखाई जा रही है। देर शाम वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया।

झारखंड में करीब 1.6 मिलियन पेंशनर्स हैं, जिसमें से 1.4 मिलियन उपभोक्ताओं ने अपने महीने के पेंशन को सीधे अपने बैंक अकाउंट में पाने के लिए बैंक अकाउंट को आधार नंबर से जोड़ रखा है। अब उनके सारे प्राइवेट डिटेल्स वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध हैं जिन्हें कोई भी देख सकता है। ऑथोरिटी ने पिछले महीने में कम से कम आठ पुलिस शिकायतें दर्ज की हैं, जिसमें निजी पार्टियों के खिलाफ ‘गैरकानूनी तौर पर नागरिकों के आधार संख्या एकत्रित’ करने का आरोप है।

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को हर चीज में आधार कार्ड जरूरी करने पर फटकार लगाई थी। साथ ही पैन कार्ड आवेदन के लिए आधार कार्ड को प्रूफ के रूप में इस्तेमाल करने से भी मना किया था।

झारखंड का मामाला आधार एक्ट के उसके नियम का उल्लंघन करता है जिसके अनुसार आधार नंबर की जानकारी सार्वजनिक रूप से पब्लिश नहीं की जा सकती।

आपको बता दें कि हाल ही में एक आधार सर्विस प्रोवाइडर ने टीम इंडिया के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का आधार नंबर पब्लिश कर दिया था।
धोनी की आधार कार्ड डिटेल्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। जिसके बाद यूनीक आइडेंटीफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने उस आधार सर्विस प्रोवाइडर को 10 सालों के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया था।