केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि वह एक्सप्रेसवे पर अधिकतम गति सीमा बढ़ाकर 140 किलोमीटर प्रति घंटा करने के पक्ष में हैं और इस संबंध में जल्द ही संसद में एक विधेयक पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विधेयक का मकसद विभिन्न श्रेणियों की सड़कों पर वाहनों की गति सीमा को संशोधित करना है.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि गति को लेकर ऐसी सोच है कि अगर कार की गति बढ़ गई, तो दुर्घटना हो जाएगी. उन्होंने ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021’ में कहा, ‘‘मेरा निजी विचार है कि एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति सीमा बढ़ाकर 140 किमी प्रति घंटा कर देना चाहिए.’’
गडकरी ने कहा कि चार लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर गति सीमा कम से कम 100 किमी प्रति घंटा होनी चाहिए, वहीं दो लेन की सड़कों और शहरी सड़कों के लिए गति सीमा क्रमश: 80 किमी प्रति घंटा और 75 किमी प्रति घंटा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में वाहनों की गति सीमा का मानक तय करना एक बड़ी चुनौती है.
मंत्री ने कहा, ‘‘कार की गति को लेकर उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के कुछ फैसले हैं, जिसके चलते हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं.’’ गडकरी ने कहा कि आज देश में ऐसे एक्सप्रेस-वे बन गए हैं कि उन सड़कों पर कुत्ता भी नहीं आ सकता, क्योंकि सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई है. उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न श्रेणियों की सड़कों के लिए वाहनों की अधिकतम गति सीमा को संशोधित करने के लिए एक फाइल तैयार की गई है.’’
मंत्री ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में हमें कानून बनाने का अधिकार है और न्यायाधीशों को कानून की व्याख्या करने का अधिकार है. भारतीय सड़कों पर वाहनों की गति सीमा को संशोधित करने के लिए जल्द ही एक विधेयक संसद में पेश किया जाएगा.’’