हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) की वापसी से उत्साहित भारतीय महिला क्रिकेट टीम मजबूत ऑस्ट्रेलिया (INDW vs AUSW) के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज में जीत दर्ज करके इस दौरे का अंत करने की कोशिश करेगी. हरमनप्रीत अंगूठे की चोट के कारण वनडे सीरीज और एकमात्र डे-नाइट टेस्ट मैच में नहीं खेल पायी थी लेकिन अब वह फिट हैं. हरमनप्रीत के आने से टीम की बल्लेबाजी का आक्रामक पक्ष मजबूत हुआ है. युवा शेफाली वर्मा (Shafali Verma) और स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) की सलामी जोड़ी शानदार फॉर्म में चल रही है. मंधाना ने अभी कुछ दिन पहले ही अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था. टी20 सीरीज का पहला मैच 7 अक्टूबर को खेला जाएगा.
हरमनप्रीत की वापसी टीम के लिये अच्छा संकेत है लेकिन सभी की निगाह युवा शेफाली पर टिकी रहेंगी जो आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिये जानी जाती है. इस दौरे के दौरान भारतीय टीम ने दिखाया कि वह कुछ समय के अंदर ही विभिन्न प्रारूपों से सांमजस्य बिठा सकती है. इससे वे गुलाबी गेंद से खेले गये टेस्ट में भी दबदबा बनाने में सफल रही. इससे पहले उसने वनडे में ऑस्ट्रेलिया का 26 जीत का अभियान थामा था. हरमनप्रीत के लिये चोट बड़ा झटका था लेकिन अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप से पहले उनके लिये यह टी20 सीरीज बेहद महत्वपूर्ण होगी. वह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में मैच विजेता है और वह इन मैचों में कोई मौका नहीं गंवाना चाहेंगी.
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज शेफाली, मंधाना और हरमनप्रीत को निशाने पर रखेंगे जबकि युवा जेमिमा रोड्रिग्स को अपनी फॉर्म हासिल करने के लिये एक और मौका मिलेगा. उन्होंने राष्ट्रीय टीम की तरफ से हाल में भले ही अनुकूल प्रदर्शन नहीं किया लेकिन इंग्लैंड में ‘द हंड्रेड’ में उन्होंने प्रभावशाली बल्लेबाजी की थी. ऑस्ट्रेलिया के उछाल वाले विकेट भी उनके खेल के अनुकूल हैं. ऑस्ट्रेलिया के पास कई ऑलराउंडर हैं जिससे वह इस प्रारूप में काफी मजबूत नजर आता है लेकिन भारत उसे कड़ी चुनौती देने के लिये पूरी तरह से तैयार लगता है.