कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से रोके जाने के बाद भी लखीमपुर जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वह लखीमपुर खीरी जाने की तैयारी में हैं। इससे पहले दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हम आवाज उठा रहे हैं ताकि सरकार दबाव बने। विपक्ष का यही काम है और इसके बिना लोकतंत्र नहीं चल सकता। यही नहीं इस दौरान मीडिया की ओर से राजनीति करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह गलत सवाल है।
मीडिया पर ही बरसते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘यह आप लोगों की जिम्मेदारी है कि मुद्दे को उठाएं। लेकिन आप लोग जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यह तो आपका काम है और उस जिम्मेदारी को आप लोग उठाते नहीं है। उल्टे आप लोग हमसे ही सवाल पूछते हैं कि राजनीति हो रही है। लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू होने के सवाल पर राहुल गाांधी ने कहा, ‘लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है, यह केवल 5 लोगों को रोकती है। हम 3 लोग जा रहे हैं। हमने उनको चिट्ठी लिख दिया है। विपक्ष का काम दबाव बनाने का है ताकि कार्रवाई हो।
इस बीच यूपी सरकार ने कहा राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की परमिशन देने से इनकार कर दिया है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ने डीके ठाकुर ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के मकसद से सरकार ने राहुल गांधी के दौरे पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि यदि वह लखनऊ आते हैं तो हम एयरपोर्ट पर ही उनसे कहेंगे कि वे सीतापुर या फिर लखीमपुर खीरी न जाएं। उन्होंने कहा कि दोनों जिलों के डीएम और एसपी ने हमसे कहा कि कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उन्हें आने से रोका जाए।