चारधाम यात्रा में दर्शनार्थियों की सीमित संख्या व ई-पास की अनिवार्यता के विरोध में सोमवार को केदारघाटी के सभी बाजार बंद हैं। इस दौरान सोनप्रयाग में प्रदर्शन भी होगा। होटल एसोसिएशन के नेतृत्व में आंदोलन में सभी कारोबारी संगठन शामिल हैं। उन्होंने सरकार से ई-पास व्यवस्था को खत्म करने की मांग की है।
उत्तरकाशी में पर्यटन व्यवसायियों का गुस्सा फूटा
वहीं उत्तरकाशी में भी चारधाम यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को हो रही असुविधा को लेकर पर्यटन व्यवसायियों का गुस्सा फूटा। विश्व पर्यटन दिवस पर सोमवार को जिला पर्यटन विकास कार्यालय और जिला कलक्ट्रेट के गेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान तीर्थयात्रियों की सीमित संख्या को खत्म करने के साथ यात्रा को व्यवस्थित करने की मांग उठाई।
यमुनोत्रीधाम के प्रमुख पड़ाव बड़कोट में भी यात्रियों की संख्या की बाध्यता खत्म करने व ई-पास में आ रही परेशानी को दूर करने के लिए यात्रा व्यवसाय से जुडे़ लोगों ने तहसील मुख्यालय पर जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रशासन के माध्यम से सरकार को पत्र भी भेजा।
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18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा
होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी का कहना है कि 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हुई है, लेकिन देवस्थानम बोर्ड व सरकार ने धामों में प्रतिदिन दर्शनार्थियों की सीमित संख्या व धाम जाने के लिए ई-पास की अनिवार्यता की हुई है। ये किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है।
व्यवस्था के विरोध में केदारघाटी बंद
एक सप्ताह से सरकार को पत्राचार व दूरभाष के माध्यम से स्थिति से अवगत कराया जा रहा है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस कारण यात्रा व्यवस्था के विरोध में केदारघाटी बंद का निर्णय लिया गया है।
गुप्तकाशी से गौरीकुंड तक सिर्फ दवा की दुकानें खुलीं हैं
उन्होंने बताया कि सोमवार को गुप्तकाशी से गौरीकुंड तक सिर्फ दवा की दुकानें खुलीं हैं। इसके अलावा सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। इस दौरान अगर कोई भी घटना होती है तो उसके लिए शासन, प्रशासन, पुलिस और उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड जिम्मेदार रहेगा।