देहरादून, 14 सितम्बर 2021
चार धाम यात्रा शुरू न होने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इसके विरोध में विधानसभा के समक्ष धरना दिया गया। धरने के दौरान नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि अब कांग्रेस ने ठान लिया है कि चार धाम यात्रा शुरू होनी है। चाहे इसके लिए धरने करने पड़े, या सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़े, चाहे जेल जाना पड़े। कांग्रेस सब कुछ करेगी।
उन्होंने कांग्रेसियों से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। कहा कि जन विरोधी सरकार ने साड़े चार साल में आम इंसान का जीना मुश्किल कर दिया है। महंगाई आसमान पर है और बेरोजगारी चरम पर है। इसलिए अब इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री मातवर सिंह कंडारी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड का गठन ही गलत किया गया है। उस पर चार धाम यात्रा का न चलना, सरकार की विफलता दिखाता है। पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि आज भाजपा सरकार में पंडे, पुरोहित, हक हकूकधारी सब सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
कर्मचारी वर्ग परेशान है। पूर्व मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड का गठन कर हक हकूकों से छेड़छाड़ की गई है। परम्पराओं से खिलवाड़ किया गया है। इसके लिए भाजपा सरकार को कभी माफ नहीं किया जा सकता। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड की लाइफ लाइन माने जाने वाली चार धाम यात्रा बीजेपी सरकार की लापरवाही के कारण शुरू नहीं हो पाई।
कहा कि कोविड 19 की दूसरी लहर धीमी पड़ने के साथ ही राज्य सरकार का दायित्व था कि वो यात्रा को शुरू करने के लिए स्क्रीनिंग, टैस्टिंग, वैक्सिनेशन व यात्रा रुट पर अस्थायी आईसीयू युक्त अस्पताल दवाओं व डॉक्टरों का समुचित प्रबंध करती। उच्च न्यायालय को अपनी तैयारियां का ब्यौरा दे कर संतुष्ट करती।
पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार की कोई तैयारी नहीं थी। न्यायालय के समक्ष मजबूत पैरवी नहीं की गई। इसका असर लाखों परिवारों पर पड़ा है। जिनकी रोजी रोटी यात्रा पर निर्भर है। धरने में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व विधायक राजकुमार शामिल हुए।