लखनऊ, 9 सितम्बर 2021
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराधियों के हौसले काफी बढ़ गए हैं। ताजा मामला यूपी विधानसभा की वेबसाइट से सम्बन्धित है। कहा जा रहा है कि अपराधियों ने वेबसाइट हैक कर दी। इतना ही नहीं वेबसाइट पर एक अवांक्षित पोस्ट भी डाल दी। यूपी डेस्को ने इस मामले में लखनऊ के साइबर थाने में केस दर्ज कराया है। हालांकि इस बारे में पुलिस का कहना है कि यूपी विधानसभा की वेबसाइट हैक नहीं हुई है।
पुलिस ने मीडिया को बताया कि इस वेबसाइट को एक प्राइवेट कंपनी कॉन्ट्रैक्ट पर वर्ल्ड वाइड चलाती है। वेबसाइट पर एक दवा के वनरेबल एडवर्टीजमेंट का पेज आ गया था। कंपनी सिर्फ भारत में ही नहीं नेपाल और यूरोप के अन्य देशों में भी वेबसाइट का संचालन करती है। उन सभी पर यह एडवर्टीजमेंट गया है। पुलिस ने कहा है कि इस संदर्भ में एक एफआईआर दर्ज करा दी गई है। कंपनी से बात कर मामले की जांच की जा रही है।
साइबर अपराधों में आई तेजी
साइबर क्राइम के मामलों में पिछले कुछ महीनों से काफी तेजी दिख रही है। कुछ जानकर इसे अगले साल यूूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की साइबर अपराधियों की तैयारी से जोड़कर भी देख रहे हैं। पिछले दिनों निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक कर सैकड़ों फर्जी वोट आईडी कार्ड बनाने का मामला सामने आया था। इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब विधानसभा की वेबसाइट पर अवांक्षित पोस्ट का मामला सामने आया है। यूपी विधानसभा की साइट बेहद सुरक्षित मानी जाती है। अवांक्षित पोस्ट की बात सामने आने से विधानसभा के ऑनलाइन कामों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
डाटा चोरी नहीं हुआ
मामला सामने आने के बाद वेबसाइट का संचालन करने वाली प्रदेश सरकार की संस्था यूपीडेस्को ने लखनऊ के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। साइबर थाना पुलिस हैकरों की तलाश में जुट गई है। उधर, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि विधानसभा की वेबसाइट से कोई डाटा चोरी नहीं हुआ है। इस बारे में कंपनी को सूचित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।