देहरादून, 7 सितम्बर 2021
आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी को कर्नल (रिटायर्ड) अजय कोठियाल को सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी पाने के लिए 25 हजार रुपए खर्च करने पड़े। कोठियाल ने इसे भ्रष्टाचार का उदाहरण बताते हुए, प्रदेश सरकार को दोषी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
आप नेता कर्नल कोठियाल कुछ बेरोगारों के साथ हाथ में टिफिन लिए सचिवालय के गेट पर पहुंचे। यहां उन्होंने बताया कि उन्हें महिला बाल विकास विभाग के अधीन काम कर रही ए स्क्वॉयर आउटसोर्स एजेंसी ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दी है, इसलिए वो अधिकारियों से मिलना चाहते हैं।
यहां बेरोजगारों को पुलिस ने बाहर ही रोक दिया। जबकि कोठियाल सचिवालय में अपर सचिव से मिलकर पूरी बात रखी। कोठियाल ने बताया प्रदेश में आउटसोर्स एजेंसियों के जरिए बेरोजगारों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने महिला बाल विकास को सेवाएं देने वाली एजेंसी के पास सिक्योरिटी गार्ड के लिए आवेदन किया था।
एजेंसी ने उनसे 25 हजार रुपए मांगे, जिसे उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से स्वर्गीय श्रीमति निर्मला सिंह सेवा समिति के खाते में जमा किया। छह अगस्त को उक्त रकम जमा करते ही उन्हें बिना जांच पड़ताल के चम्पावत जिले में नियुक्ति पत्र थमा दिया गया। उनका वेतन 8475 प्रति माह तय किया गया। कोठियाल ने ‘नौकरी’ मिलने की खुशी में सचिवालय परिसर में मिठाई भी वितरित की।
एजेंसी को 48 घंटे में ब्लैकलिस्ट करे सरकार
कोठियाल ने सरकार से आउटसोर्स एजेंसी ए स्क्वायर को 48 घंटे के अंदर ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है। ऐसा न होने पर प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी है। कोठियाल ने कहा कि इस खेल में आउटसोर्स एजेंसी के साथ ही सरकार की भी मिलीभगत है। सरकार रोजगार के नाम पर बेरोजगारों से वसूली कर रही है। कर्नल कोठियाल ने कहा कि वो जनता के लिए चौकीदार की भूमिका निभाने को तैयार हैं, उनके पास इस भूमिका के लिए लाईसेंसी बंदूक भी है। जिसे वो अपनी ड्यूटी में सुरक्षा के लिए साथ रखेंगे।
इधर, कर्नल अजय कोठियाल के आरोपों पर ए स्क्वॉयर कंपनी के निदेशक एपी सिंह ने स्वीकार किया कि श्रीमति निर्मला सिंह सेवा समिति का संचालन भी वहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि 25 हजार रुपए सिक्योरिटी मनी के रूप में लिए गए। सरकार ने उनसे भी 40 लाख रुपए की सिक्योरिटी रखवाई है, ऐसे में वो भी अपनी सम्पत्ति की सुरक्षा के बदले नियुक्ति पाने वालों से सिक्योरिटी मनी रखवाते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे पास अजय कोठियाल के नाम से आवेदन आया था, एक सामान्य जरूरतमंद मानकर उन्हें नौकरी प्रदान की गई। यदि उन्हें जरूरत नहीं थी तो दूसरे का हक नहीं मारना चाहिए था। सिंह ने स्पष्ट कहा है कि जब तक कोठियाल नौकरी ज्वाइन कर सेवा शर्तों को पूरा नहीं करते हैं, वो उनकी सिक्योरिटी मनी वापस नहीं करेंगे।
सिक्योरिटी मनी ट्रस्ट के खाते में लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लेन-देन में पारदर्शिता रखने के लिए उन्होंने यह व्यवस्था बनाई है। तय सेवा शर्तों के मुताबिक नौकरी छोड़ने पर रशीद दिखाकर,सिक्योरिटी मनी वापस की जाती है।
प्रकरण जानकारी में आने के बाद विभागीय निदेशक से एजेंसी से जवाब तलब करने को कहा है। दस दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इसी आधार पर आगे कार्रवाई होगी। यदि एजेंसी गलत पाई गई तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।