देहरादून, 5 सितम्बर 2021
उत्तराखंड में चुनावी सरगर्मियों के बीच चारधाम यात्रा का मुद्दा बनकर सामने आ रहा है। जहां सीएम धामी ने यात्रा खोलने के लिए राह तलाशने का ऐलान किया है वहीं अब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बदरीनाथ जाकर तमाम प्रतिबंधों को तोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में राजनीतिक यात्राएं चल रही हैं लेकिन सरकार चार धाम यात्रा को नहीं खोल रही है। वह 17 सितंबर एकादशी के दिन सरकार के इस प्रतिबंध के खिलाफ स्वयं बदरीनाथ दर्शन के लिए जाएंगे। तब तक वहां से वापस नहीं लौटेंगे जब तक सरकार चार धाम की यात्रा नहीं खोल देती है।
देहरादून रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में किशोर उपाध्याय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नाम पर प्रदेश सरकार ने चार धाम यात्रा पर अब तक रोक लगा रखी है। जबकि वर्तमान में उत्तराखंड के हालात सुधरे हैं। देश के तमाम टूरिस्ट प्लेस, तीर्थस्थल और स्कूल अब तक खुल चुके हैं। लेकिन उत्तराखंड के चारों धामों की यात्रा पर अभी भी प्रतिबंध लागू है। कहा कि यात्रा से जुड़े लोगों का बीता वर्ष खराब हो गया था। इस वर्ष भी प्रतिबंध के कारण परिवहन, होटल, लॉज, व्यापार आदि पर निर्भर लोग बर्बादी के कगार पर हैं। लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें हालात से अवगत कराया था। साथ ही यात्रा से रोक हटाने की मांग की थी। फिर भी सरकार निर्णय लेने से कतरा रही है।
किशोर ने कहा कि अब चार धाम के कपाट बंद होने में दो महीने से रह गए हैं सरकार को सीमित संख्या में चार धाम यात्रा खोल देनी चाहिए। सरकार को चाहिए कि वहां इन व्यवसायियों के सभी ऋण और टैक्स माफ करें। उन्होंने कहा व्यवसायियों ने बैंकों से लोन ले रखा है, पहले तो इनका लोन माफ होना चाहिए नहीं तो कोरोना संक्रमण काल के दौरान इनका बैंक ऋण का ब्याज माफ करे। इनकी बैंकों की किस्ते भी छोटी करने की जरूरत है। उन्होंने घोषणा की कि सरकार के इस निर्णय के खिलाफ वह 17 सितंबर एकादशी को बदरीनाथ धाम के दर्शन करने जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक सरकार चार धाम यात्रा को खोल नहीं देती वह बद्रीनाथ से नहीं लौटेंगे।