दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी योगेन्द्र यादव ने ‘आप’ को भ्रष्टाचार और नैतिक मूल्यों से समझौते को पंजाब और गोवा चुनाव के साथ राजौरी गार्डन उपचुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कि बीजेपी, “आम आदमी पार्टी की राजनीतिक हत्या करने पर उतारू है। लेकिन यह तय है कि हत्या होने से पहले आम आदमी पार्टी आत्महत्या कर चुकी होगी।”
योगेन्द्र यादव ने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, “अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है। नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी ‘आप’ अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है।”
योगेंद्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने ही कृत्यों, नकारापन, भ्रष्टाचार और मूल्यों से समझौतों के चलते आत्महत्या करने की राह पर है। आप के द्वारा दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था।
योगेन्द्र यादव स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष हैं और वे पहले आम आदमी पार्टी में भी रह चुकें हैं।