ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पीएम बनने के डेढ साल बाद मैल्कम टर्नबुल चार दिवसीय यात्रा के लिए भारत पर आए थे और भारत और ऑस्ट्रेलिया ने एक-दूसरे के देशों में खेलों के विकास के लिए पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भी उपस्थित थे। मैल्कम टर्नबुल द्वारा शुरू की गई इस साझेदारी से भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चार क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।
खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा, “हमें खेलों के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया से बहुत कुछ सीखना और साझा करना है। भारत-ऑस्ट्रेलिया खेल साझेदारी से दोनों देशों के खिलाड़ी कोच, तकनीकी अधिकारी, खेल वैज्ञानिकों को एक दूसरे के देश में आने-जाने में आसानी होगी।”
टर्नबुल ने कहा कि , मेरी यात्रा का उद्देश्य ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच आर्थिक, खेल, स्वास्थ्य, विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और सुदृढ़ करना है। आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित हो रहा है और भारत अब इस क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि इस साझेदारी के तहत आस्ट्रेलिया भारत में आस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट के समान राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना में मदद करेगा और इस क्षेत्र में विक्टोरिया और कैनबरा विश्वविद्यालय भारत के साथ कार्य करेंगे।
इससे पहले , मोदी ने इसके लिए भारत-आस्ट्रेलिया क्रिकेट सीरिज में डीआरएस विवाद का सहारा लेते हुए मजाकिया अंदाज में यह संदेश दिया। मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि हमारे रिश्ते डीआरएस की समीक्षा का विषय नहीं हैं। साथ ही पीएम ने दोनों देशों के बेहतर रिश्ते से फायदा आस्ट्रेलिया को भी मिलेगा इसका संदेश देने के लिए भी क्रिकेट का सहारा लिया। मोदी ने कहा कि टर्नबुल की यह यात्रा आस्ट्रेलिया के लिए वैसी ही फलदायक रहेगी जैसी स्टीवन स्मिथ ने भारत के साथ श्रृंखला में रन बटोरे।