मंगोलपुरी इलाके में एक शख्स की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि उसने कुछ लड़कों को आधी रात को गोलगप्पे खिलाने से मना कर दिया था। लड़कों ने दुकानदार को 18 बार चाकू मारा। अपने 24 साल के जवान बेटे की अचानक हुई मौत से पिता राधेश्याम सदमे में हैं। उनको अहसास भी नहीं था कि एक छोटी सी बात पर उनके बेटे की हत्या हो जाएगी। राधेश्याम के अनुसार रविवार रात करीब 12:30 बजे वो और उनका बेटा राजू गोलगप्पे बेचकर अपनी-अपनी रेहड़ी लेकर वापस घर लौट रहे थे। राधेश्याम आगे चल रहे थे। घर के पास ही रास्ते में कुछ लड़के आये और राजू से गोलगप्पे खिलाने की ज़िद करने लगे। राजू ने जब कहा कि अभी गोलगप्पे खत्म हो गए हैं, तो नाराज़ लड़कों ने उस पर चाकू से 18 बार वार किया।
राजू के घरवाले उसे लेकर अस्पताल गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने राजू के घरवालों की शिकायत पर मामला दर्ज कर कत्ल के आरोप में 6 लोगों को पकड़ा है। जिसमें दो नाबालिग हैं। पुलिस के अनुसार रात में गोलगप्पे की मांग इलाके का नामी अपराधी विक्की नाम का शख्स कर रहा था। नशे में चूर इन लोगों को जब गोलगप्पे नहीं मिले, तो विक्की ने अपने साथियों के साथ राजू पर चाकू से ताबड़तोड़ हमले किये।
ये हैं आरोपी…
पुलिस के अनुसार मृतक राजू भी कभी इलाके का घोषित अपराधी था, मगर अब वो गोलगप्पे बेचकर अपनी रोज़ी रोटी चला रहा था। राजू के 3 भाई और हैं और अपने पिता के साथ इसी धंधे में हैं। राजू का परिवार चाहता है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और वे जेल से बाहर न आ पाएं।