मुंबई, 30 मई 2021
देश में कई जगहों पर वैक्सीन की किल्लत है। महाराष्ट्र सरकार ने भी वैक्सीन की कमी के चलते 18 से 44 साल के उम्र वालों का वैक्सीनेशन अभी रोक रखा है। लेकिन, मुंबई के अंधेरी स्थिति एक महंगे लग्जरी होटल की नॉर्मल फ्रीज से वैक्सीन की सील्ड वायल बरामद हुई हैं और छापेमारी की यह कार्रवाई किसी और ने नहीं, बल्कि खुद मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बीएमसी के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर की है। उन्होंने बताया है कि अंधेरी ईस्ट के ललित होटल के नॉर्मल फ्रीज में कोवैक्सिन की सील की हुई वायल पड़ी हुई थी।
मुंबई के महंगे होटल के नॉर्मल फ्रीज से बरामद हुई वैक्सीन
मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कार्रवाई के बाद मेयर को ये जानकारी दी गई कि उस होटल ने स्थानीय क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के साथ तालमेल किया था और अस्पताल ने वैक्सीन की खरीद सीधे केंद्र सरकार से की है और बीएमसी या राज्य सरकार के लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी। मेयर ने कहा है, ‘ललित होटल को अस्पताल से एक प्रपोजल मिला था कि लोगों को वहां पर वैक्सीन लगाई जा सकती है। प्रस्ताव के मुताबिक जिन लोगों के पास वैक्सीनेशन के बाद की देखभाल के लिए परिवार नहीं है, वह टीकाकरण के बाद होटल में ही ठहर सकते हैं। यहां पर 500 लोगों का टीकाकरण हुआ है।’
सील की गई वैक्सीन
हालांकि, उन्होंने होटल का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि ‘होटल को दोष नहीं दिया जा सकता, लेकिन अस्पताल ने वैक्सीन को कोल्ड स्टोरेज में रखने के नियमों का पालन नहीं किया।’ उन्होंने इस घटना की जांच का आदेश देते हुए सवाल किया कि अस्पताल को कोवैक्सिन की डोज कैसे मिल गई, जबकि बीएमसी के कई वैक्सीनेशन सेंटर के पास भी यह नहीं है। वो बोलीं, ‘मुझे डोज मिली, जो कि नॉर्मल फ्रीज में स्टोर की गई थी। इसके चलते जिन्हें टीका लगता उन्हें साइड इफेक्ट्स हो सकते थे। बरामद की गई वैक्सीन सील कर ली गई है और एक जांच की जाएगी।’
केंद्र पहले ही होटलों में टीकाकरण की कर चुका है मनाही
बता दें कि केंद्र सरकार ने इससे पहले ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कह रखा है कि जो भी संस्थान गाइडलाइंस के खिलाफ जाकर होटलों के साथ साझेदारी में कोविड टीकाकरण का पैकेज दे रहे हैं, उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अवर सचिव मनोहर अगनानी ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि होटलों में टीकाकरण दिशानिर्देशों के खिलाफ है और इसपर फौरन रोक लगाई जाए।