देश में कोरोना का कहर जारी है, इसके बावजूद अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। वित्त मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल महीने में जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) 1.41 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा, जोकि पिछले माह प्राप्त हुए जीएसटी कर (1.23 लाख करोड़ रुपये) से 14 प्रतिशत अधिक है। इस महीने घरेलू लेनदेन से राजस्व (सेवाओं के आयात सहित) पिछले महीने की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक रहा।
मंत्रालय ने कहा कि पिछले सात महीनों में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपए से पार नहीं हुआ था, लेकिन इसमें लगातार तेजी देखने को मिल रही थी। जीएसटी कलेक्शन इस अवधि में निरंतर आर्थिक सुधार के संकेत दे रहा है। मंत्रालय ने आगे कहा कि फर्जी बिल, जीएसटी, आयकर और अन्य स्रोतों से मिले डेटा का गहन अध्यन और कर प्रशासन की मुस्तैदी से भी जीसटी को बढ़ाने में मदद मिली है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल 2021 में सकल जीएसटी राजस्व 1,41,384 करोड़ रुपए के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहा, जिसमें 27,837 करोड़ रुपए सीजीएसटी, 35,621 करोड़ रुपए एसजीएसटी, 68,481 करोड़ रुपए आईजीएसटी (वस्तुओं के आयात से मिलने वाले 29,599 करोड़ सहित), 9445 करोड़ रुपए सेस (वस्तुओं के आयात से मिलने वाले 981 करोड़ रुपए सहित) शामिल है। इसको लेकर वित्त मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद भारतीय व्यवसायों ने एक बार फिर रिटर्न फाइलिंग आवश्यकताओं का अनुपालन नहीं करते हुए समय पर अपने जीएसटी बकाए का भुगतान करते हुए उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है।