उच्चायुक्त

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने मुंबई 26/11 अटैक में जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद का हाथ होने के मुद्दे पर कहा कि इस मामले में अभी तक पाकिस्तान के पास कोई भी पर्याप्त सबूत मौजूद नहीं है, जैसे ही सबूत मिल जाएंगे कार्रवाई की जाएगी। बासित ने न्यूज चैनल पर दिये अपने एक इंटरव्यू में कही थी।

बासित से जब मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न होने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने एक बार फिर गोलमोल जवाब दिया। बासित ने कहा कि हाफिज सईद को पहले ही हाउस अरेस्ट किया जा चुका है और जो सबूत भारत ने सौंपे हैं, वह पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘जैसे ही स्ट्रॉन्ग एविडेंस मिल जाएंगे, तो हाफिज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल उसे पहले ही हाउस अरेस्ट किया जा चुका है।’

उन्होंने कहा कि कोर्ट को अभी तक मुंबई अटैक में हाफिज का हाथ होने के ठोस सबूत प्राप्त नहीं हुए हैं। बासित ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ रिश्तों में मिठास लाने के लिए प्रयास कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में खटास है। पाकिस्तान भी चाहता है कि भारत के साथ रिश्तों में मजबूती आए और इसके लिए प्रयास भी किया जा रहा है।’

आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की भूमिका को लेकर बासित ने कहा, ‘पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन नहीं करता है और जहां तक 26/11 हमले की बात है, पाकिस्तान नतीजों तक पहुंचना चाहता है, मगर इसके लिए दोनों देशों को एक-दूसरे का साथ देना होगा।’

बासित ने पाकिस्तान की ओर से यूनाइटेड नेशन्स में चीन का सहारा लेने के मुद्दे पर कहा, ‘पाकिस्तान कभी भी चीन का इस्तेमाल नहीं करता है। हां, यह सच है कि पाकिस्तान और चीन के रिश्ते काफी मजबूत हैं, मगर यूएन में चीन जो भी स्टैंड लेता है, वह उसकी सैद्धांतिक स्थिति होती है और यह कहना गलत होगा कि पाकिस्तान चीन का सहारा लेता है।’